Edited By Ramanjot, Updated: 04 Oct, 2021 01:36 PM
मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य के पांच मेडिकल कॉलेजों नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) पटना, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (JLNMCH) भागलपुर, दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH), दरभंगा, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH), गया और...
पटनाः बिहार के सभी जिला अस्पताल और पांच मेडिकल कॉलेजों में वायरल हेपेटाइटिस का इलाज शीघ्र शुरू होगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को कहा कि राज्य में वायरल हेपेटाइटिस की रोकथाम के लिए अनुकूल जांच और इलाज के प्रति स्वास्थ्य विभाग केंद्र सरकार के सहयोग से नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम संचालित कर रहा है। केंद्र सरकार की इस योजना के तहत हेपेटाइटिस का मुफ्त इलाज और दवा देने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही राज्य के सभी जिला अस्पतालों और पांच मेडिकल कॉलेजों में मुफ्त जांच एवं दवा देने का कार्य प्रारंभ होगा।
इन 5 मेडिकल कॉलेजों में मिलेगी मुफ्त जांच की सुविधा
मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य के पांच मेडिकल कॉलेजों नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) पटना, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (JLNMCH) भागलपुर, दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH), दरभंगा, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (ANMMCH), गया और श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SKMCH), मुजफ्फरपुर में भी मुफ्त जांच और दवा उपलब्ध कराई जाएगी। तीन मेडिकल कॉलेजों को स्टेट लैब और मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया गया है, उनमें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH), इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), पटना शामिल है।
वायरल हेपेटाइटिस पर 2030 तक नियंत्रण पाने का लक्ष्य
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन संस्थानों में राज्य भर के ऐसे मरीजों का इलाज होगा, जो इस बीमारी से गंभीर अवस्था में आ गए होंगे। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा देखा गया है कि सही समय पर इसकी पहचान नहीं की गई तो सारी उम्र दवाओं का सेवन करना पड़ सकता है। केंद्र सरकार का यह लक्ष्य है कि वायरल हेपेटाइटिस सी पर 2030 तक नियंत्रण पा लिया जाए। यदि थोड़ी सी भी पहचान में चूक होती है तो नुकसान हो सकता है। पांडेय ने कहा कि राज्य में यह योजना कोरोनाकाल में ही प्रारंभ हुई है, जिसे विभाग द्वारा गति देने का काम किया जा रहा है। राज्य में सरकारी स्तर पर वायरल हेपेटाइटिस जांच करने के लिए शुरुआती दौर में कुछ जांच किट की खरीद भी कर ली गई है। विभाग की अब कोशिश है कि सैंपल किस प्रकार लाया जाए। उस दिशा में कार्य प्रारंभ हैं। शुरुआती दौर में स्टेट लैब के तौर पर आईजीआईएमएस, एम्स पटना, पीएमसीएच और आरएमआरआई को चिह्नित किया गया है।