मैच रिव्यू : 5 कारण जिसकी वजह से टीम इंडिया की हुई करारी हार

punjabkesari.in Sunday, Dec 10, 2017 - 06:49 PM (IST)

नई दिल्ली : श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में भारत के लिए कुछ भी अच्छा नहीं गया। पहला टीम इंडिया टॉस हारी। फिर जब खेलने उतरी तो श्रीलंकाई गेंदबाजों की स्विंग होती गेंदों के आगे धाराशाई हो गई। धोनी को छोड़कर कोई भी भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं सका। हालांकि श्रीलंका को भी अपनी पारी के दौरान शुुरुआती झटके लगे लेकिन उपल थरंगा ने सधी पारी खेलकर श्रीलंका की जीत की बुनियाद रख दी। पेश है- भारत की हार के 5 मुख्य कारण-



1. टॉस हारना
दिल्ली में पॉल्यूशन के कारण हुए विवाद के बाद श्रीलंकाई टीम ने हिमाचल की गोद में बसे धर्मशाला स्टेडियम में खेलना था। धर्मशाला में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास था। ठंडी हवाएं चलने के कारण भी पिच पर नमी बनी हुई थी। भारत की हार की बड़ी वजह टॉस हारना भी रहा। श्रीलंका ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। हवाएं चलने के कारण श्रीलंकाई गेंदबाजों को बॉल स्विंग करवाने में कोई दिक्कत नहीं हुई। नतीजतन टीम इंडिया की शुरुआत खराब रही। जब तक धूप निकलने से पिच ठीक हुई, भारत की हालत पतली हो चुकी थी।

2. कोहली का न होना 
चर्चा है कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने अपनी अनुष्का शर्मा के साथ शादी के चलते श्रीलंका के साथ वनडे सीरिज से आराम लिया है। लेकिन विराट कोहली के वनडे टीम से जाते ही भारतीय क्रिकेटर अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं बना पाए। ओपनिंग में धवन (0) के जल्द आउट होने के बाद क्रीज पर आए दिनेश कार्तिक भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। अगर फस्र्ट डाउन पर कोहली आते तो मैच का सीन कुछ और ही होता।

3. टॉप ऑर्डर का बिखरना
कोहली के आराम के कारण श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे के लिए रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया था। रोहित शर्मा जो इसी मैदान में अपने पिछले टी -20 के दौरान शतक लगा चुके थे, भारत को मजबूत शुरुआत नहीं दे पाए। उन्होंने महज दो रन बनाए। इसके बाद धवन (0), कार्तिक (0) भी कुछ खास नहीं कर पाए। शुुरुआती झटकों से उभारने की जिम्मेदारी अपना पहला वनडे खेल रहे श्रेयस ईयर (9) के ऊपर थी लेकिन वो भी श्रीलंकाई गेंदबाजों की स्टीक गेंदबाजी के आगे टिक नहीं सके। प्रदीप ने उन्हें बोल्ड किया। अच्छा प्रदर्शन कर रहे मनीष पांडे (2) और हार्दिक पांड्या (10) भी कुछ खास नहीं कर पाए। मध्यक्रम में केवल धोनी ही टिके रहे। उन्होंने दो छक्कों और दस चौकों की मदद से 65 रन बनाए जोकि भारत के कुल स्कोर 112 का 58.03 प्रतिशत था।

4. श्रीलंका की स्टीक गेंदबाजी
श्रीलंकाई टीम को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में ही शानदार शुरुआत देने वाले लकमल ने यहां भी अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी। उन्होंने दस ओवर में चार मेडल फेंकते हुए 14 रन देकर चार महत्वूपर्ण विकेट लिए। लकमल का चोट से उभरकर आए एंजेलो मैथ्यूज (5-2-8-1) ने बाखूबी साथ दिया। वहीं फरनैंडो ने भी (10-4-37-2) की मैजिक फिगर देकर भारत के बल्लेबाजों पर लगाए लगा दी। श्रीलंका टीम ने भारतीय पारी के कुल 38.2 ओवर में 12 मेडन फेंके। 

5. बुमराह का नो बॉल
हालांकि 112 रन का पीछा करने उतरी श्रीलंका टीम के लिए लक्ष्य बढ़ा नहीं था। पर एक समय भारत के पास ऐसा समय भी आया जब वह मैच पर अपनी पकड़ बना सकता था। हुआ यू कि भारतीय पारी की छेवीं ओवर बुमराह कर रहे थे। सामने थे उपल थरंगा। थरंगा बुमराह की गेंद को मारने के चक्कर में गली में कार्तिक को कैच थमा बैठे। थरंगा ने क्रीज छोडऩे से पहले नो बॉल चेक करने की अपील की। रिव्यू दौरान पाया गया कि बॉल करते वक्त बुमराह क्रीज से बाहर थे, हालांकि इससे अगले ओवर में भुवनेश्वर ने थिरमाने (0) को बोल्ड कर दिया। लेकिन थरंगा ने एक छोर संभाले रखा और अपनी टीम को जीत की ओर ले गए।

बड़ा नुकसान : श्रीलंका ने भारत से वनडे में नंबर वन बनने का मौका छीना

अगर भारत आने वाले दोनों वनडे जीत भी ले तो भी उसे रैंकिंग में पहले स्थान पर आने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। भारत अभी आईसीसी वनडे रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है। हालांकि 120 रेटिंग के साथ टॉप पर चल रहे साउथ अफ्रीका की तरह भारत के भी रेटिंग पॉइंट 120 ही हैं लेकिन साउथ अफ्रीका ने 53 मैचों में 6386 पॉइंट बनाए हैं जबकि भारत के 6379 पॉइंट्स हैं। इसलिए ज्यादा पॉइंट्स लेकर साउथ अफ्रीका पहले नंबर पर बना हुआ है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड 114 अंक की रेटिंग के साथ तीसरे व चौथे स्थान पर बने हुए हैं। न्यूजीलैंड (111) पांचवें तो पाकिस्तान (99) छठे स्थान पर है।