'मेरी गर्दन पर तलवार से वार किया गया, छतों से केमिकल्स से भरी बोतलें फेंकी जा रही थीं' जहांगीरपुरी हिंसा की खौफनाक आपबीती!
punjabkesari.in Monday, Apr 18, 2022 - 04:32 PM (IST)
नेशनल डेस्क: राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के मौके पर भड़की हिंसा में अह तक करीब 23 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं इस हिंसा में स्थानीय लोगों के साथ कई पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं। हिंसा में घायल हुए एक शख्स मे इस पूरी घटना की आपबीती सुनाई है। एक न्यूज चैनल के हवाले से हिंसा में घायल हुए उमाशंकर दुबे भी पर जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे और इस दौरान उनकी गर्दन पर तलवार से वार किया गया, उन्हें गंभीर चोटें आई हालांकि अभी उनका दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जहांगीरपुरी हिंसा में जख्मी उमाशंकर ने बताया कि वे हनुमान जयंती पर जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे, दंगा करीब साढ़े 5 बजे शुरू हुआ। शुरुआत में 70-80 लोग विरोध कर रहे थे, उसके बाद भीड़ बढ़ती गई और अचानक छत से पत्थर और बोतलें फेंकी जाने लगीं। उमाशंकर ने बताया कि हम उनसे कह रहे थे कि जुलूस में लोग निहत्थे हैं, इन्हें मत मारना। उन्होंने बताया कि दो से तीन महीने पहले बजरंग दल की हनुमान चालीसा के पाठ के दौरान जहांगीरपुरी में अंसार ने कार्यकर्ताओं को धमकी दी थी। उसने कहा था कि ये सब करना बंद कर दो, नहीं तो अंजाम बुरा होगा।
उमाशंकर ने बताया कि हिंसा के दौरान मुन्ना बंगाली, आरिफ, रफी और आलम के नाम भी लिए जा थे। बाहर से भी लोगों को बुलाया गया था और तो और विवाद के दौरान मेरी गर्दन पर तलवार से वार किया गया, मैं खून से लथपथ हो गया था। पुलिसवालों ने मुझे अपनी तरफ खींचा और गाड़ी में बैठाया। इसी दौरान लोगों की छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, केमिकल्स से भरी बोतलें फेंकी जा रही थीं। उन्होंने बताया, इस दौरान कई राउंड फायरिंग भी की गई।बता दें कि आज दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने प्रैस कांफ्रेस की थी जिसमें उन्होंने जानकारी दी है कि इस हिंसा के आरोप में अबतक 23 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और जोभी दोषी होंगे वह बख्शें नहीं जाएंगे।