देश के अंदर भी स्लीपर मॉड्यूल पर होगी सर्जिकल स्ट्राइक

punjabkesari.in Thursday, Feb 28, 2019 - 10:37 AM (IST)

नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): पाकिस्तान के जवाबी कार्रवाई की आशंका के मद्देनजर दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों के अलावा और पांच अन्य शहरों में अगले 72 घंटों के लिए ये हाई अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, खतरा सीधे तौर पर पाकिस्तान सेना से नहीं है बल्कि घाटी में सक्रिय आतंकी समूह और आईएसआई द्वारा समर्थित तत्वों से है। नतीजतन सीमा चौकसी के साथ अब आतंरिक सुरक्षा पर भी एडवाइजरी जारी की गई है। आईबी के अलर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने राजधानी सहित सभी मेट्रो शहरों और विशेषकर धार्मिक स्थल की निगरानी के आदेश जारी किए हैं। विशेष तौर पर दिल्ली मेट्रो के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है,साथ ही स्टेशन कंट्रोलरों को चौकस रहने की हिदायत दी गई है,उन्हें हर दो घंटों में रिपोर्ट देने को कहा गया है। 



सर्जिकल अटैक के बाद आतंकियों में बड़ी बौखलाहट 
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाक पर किए गए सर्जिकल अटैक के बाद आतंकियों में बड़ी बौखलाहट है नतीजतन उनके देश में मौजूद स्लीपर मॉडूयूलर हमारी आंतरिक सुरक्षा को बड़ी चोट करने की साजिश कर सकते हैं। देश की आतंरिक सुरक्षा के मद्देनजर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नेतृत्व एक बैठक की गई जिसमें आईबी,रॉ,एनआईए सहित गृह मंत्रालय के कई शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक के बाद सभी राज्यों को कुछ विशेष जानकारियां भी दी गई हैं। 



बैंक के विदेशी ट्रांसफर पर विशेष नजर
 स्लीपर मॉडयूल को हवाला और बैंकों के माध्यम से पैसा मिलता है और इसी के चलते वे अपने मॉडयू्ल को मजबूत करते हैं। गृह मंत्रालय ने अपने बनाए गए प्लान के तहत सभी बैंकों से संदिग्ध खातों की सूची मांगी है, इसके अलावा पाक सहित कुछ और देशों की सूची सभी निजी व सरकारी बैंकों को दी गई है ताकि कोई ऐसा ट्रांसफर हो तो उसके बारे में तत्काल मंत्रालय को सूचित किया जाए। 



इन संगठनों के सक्रिय सदस्यों के लिए विशेष अभियान
अलकायदा इंडियन सब कांटिनेंट (इएक्यूआईएस),जैश ए मोहम्मद, आईएसआईएस और कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिब-उत-तहरीर सहित करीब 25 संगठनों पर लगाम कसने के लिए आईबी और एनआईए के नेतृत्व में टीम का गठन कर निगाह रखी जा रही है। बताया जाता है कि इस समय ये आतंकी संगठन आईएसआई के जरिए देश की आंतरिक सुरक्षा का माहौल बिगाड़ सकते हैं। 

आईबी को ये मिली हैं जानकारियां 
 इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन आईएस कुछ भारतीयों को सुसाइड बाम्बर बनने की ट्रेनिंग दे रहा है। भारतीय एजेंसियों को यह भी आशंका है कि बांग्लादेश का आतंकी संगठन जेएमबी आईएस की मदद से असम और बंगाल में हमले कर सकता है। इसके अलावा गुजरात,उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, असम, पंजाब और पश्चिम बंगाल में सिमी सहित कई ऐसे प्रतिबंधित संगठन बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। 

देश में भी छेड़ी जाएगी खुफिया जंग 
जानकारी के मुताबिक सीमा पर आतंकियों के सफाए के साथ-साथ अब देश में स्लीपर मॉड्यूल के खिलाफ बड़ी खुफिया जंग छेड़ी जाएगी जिसके तहत आतंकियों पर अंकुश लगाया जाएगा। इसी के चलते प्रतिबंधित संगठनों की सूची राज्यों की खुफिया ईकाई को दी गई है। लेकिन साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि जल्दबाजी में कोई कदम न उठाएं बल्कि इन पर नजर रखी जाए और उसकी जानकारी आंतरिक विभाग को दी जाए ताकि उस सूचना को और पुख्ता किया जाए। गृह मंत्रालय ने विशेषकर हैदराबाद, यूपी, महाराष्ट्र, जम्मू और पंजाब राज्यों की इंटेलिजेंस पुलिस को निर्देशित किया है कि वे इस पर विशेष निगरानी रखते हुए काम करें। 

सोशल मीडिया पर रखी जाएगी नजर
आतंकियों के लिए सबसे बड़ा हथियार इन दिनों सोशल मीडिया है। इसके लिए आईबी को विशेषकर निर्देशित किया गया है कि वे सोशल मीडिया पर होने वाली सभी गतिविधियों पर विशेष निगाह रखे। आतंरिक सुरक्षा से जुड़े एक अधिकारी ने बताया एतिहायतन करीब 2 हजार से ज्यादा साईटों को बीती रात ब्लॉक भी कर दिया है,ये साइर्टें आतंकी गतिविधियो से लिप्त पाई गई थी। इसके अलावा हर राज्य की इटेंलिजेंस पुलिस को इसी तरह के निर्देश जारी किए गए हैं। 

क्या है स्लीपर मॉडयूल
आतंकवाद का स्लीपर मॉडयूल बेहद ही शांत तरीके से आपके शहर के बीचोंबीच रहता है। उससे जुड़े लोग आपके बीच ही होते हैं और सामान्य जीवन जीते हैं। ये लोग उन लोगों पर निगाह रखते हैं जो प्रशासन और सरकार से दुखी होते हैं और किसी विशेष विचारधारा से प्रेरित होते हैं। ऐसे लोगों को आतंकी समूह अपने संगठन में रखते हैं और उनके एक इशारे ये लोग किसी भी बड़ी घटना को करने से नहीं घबराते। ये लोग बेहद ही प्रोफेशनल होते है और अपने संगठन के लिए गुपचुप तरीके से कार्य को करते हैं। इनमें अधिकांश वे युवा होते हैं जो पेशे से आईटी ,छात्र संगठन, किसी सामाजिक संगठन से जुड़े होते हैं।

इन संगठनों पर आईएस की नजर
बब्बर खालसा,  खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स, लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हरकत उल मुजाहिद्ीन,हिजबुल मुजाहिदद्ीन, अल उमर मुजाहिदद्ीन, जम्मू एण्ड इस्लामिक संगठन, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आफ असाम, पीपूल्स लिबरेशन आर्मी, स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया। 

Anil dev