सुशांत केस में गहराती जा रही शक की सुई, लैपटॉप से डिलीट किया गया डाटा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 26, 2020 - 10:43 AM (IST)

नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत केस में जैसे जैसे केस की जांच आगे बढ़ रही है वहीं शक की सुई गहराती जा रही है कि क्या ये आत्महत्या थी या एक सोची समझी साजिश के तहत हत्या। शक इसलिए गहराता जा रहा है,क्योंकि सुशांत के मोबाइल और लैपटॉप से छेड़छाड़ हुई है, यही नहीं उसके जब्त सामानों के साथ भी छेडख़ानी की गई थी। सीबीआई की फोरेसिंक टीम ने बताया है कि मोबाइल से कई डाटा को उसकी मौत के बाद छेड़ा गया है, लैपटॉप को जांच दौरान जहां खोला गया वहीं कुछ डाटा डिलीट किए गए हैं। इसी संबंध में सीबीआई ने जांच अधिकारी भूषण बेलनकर और जगताप सिंह को समन जारी कर बुधवार को बुलाया है। 

वहीं एम्स ने सीएफएसएल रिपोर्ट के बाद कहा है कि इस मामले में हत्या के एंगल से जांच की जाए,क्योंकि 14 जून को हुई घटना के बाद अधिकांश चीजों के साथ छेड़छाड़ हुई है और मिले अधिकांश सामानों पर अलग अलग व्यक्तियों के फ्रिंगर प्रिंट के निशान हैं। मंगलवार के दिन डीसीपी त्रिमुखे से भी सीबीआई ने रिया से हुई बातचीत पर पूछताछ की। वहीं मंगलवार को एक बार फिर मैनेजर सिद्धार्थ पिठानी, कुक नीरज सिंह, रजत मेवाती सहित केशव बचनेर, दीपेश सावंत के अलावा सीए संदीप श्रीधर से भी सीबीआई ने पूछताछ की।  सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के मुताबिक केस में कई ऐसे साक्ष्य सामने आए है,जिससे लगता है कि सुशांत की मौत कैसे हुई ये सवाल नहीं,लेकिन उसके पीछे एक साजिश जरुर दिखती है। हालांकि इस संबंध में सीबीआई ने  कहा है जांच में आने वाले 48 घंटे बेहद अहम होगें,क्योंकि जहां फोरेसिंक रिपोर्ट आ जाएगीं,वहीं सभी के बयान भी पुरी तरह से साफ हो जाएगें। एम्स के फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख सुधीर गुप्ता ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में विसंगतियों के बारे में दावा किया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस को डॉक्टरों से दूसरी राय लेनी चाहिए थी, क्योंकि इसमें सुशांत की मौत का समय क्यों नहीं बताया गया। सुधीर गुप्ता ने अपना संदेह सीबीआई को बता दिया है।

लैपटॉप और मोबाइल को किसने छेड़ा,उठेगा पर्दा
 सीबीआई की फोरेसिंक टीम के मुताबिक लैपटॉप को 14 जून के बाद करीब 4 से 5 बार खोला गया है,और उसके दो ड्राइव में से कुछ डाटा डिलीट किया गया है,यही नहीं सुशांत के मिले तीन मोबाइल फोन से दो मोबाइल को कम से कम से 5 से 7 बार खोला गया और उसे भी काफी देर चलाया गया। इस संबंध में फोरेसिंक टीम ने कहा है कि आखिर जांच में किसी भी सामान को इतनी बार नहीं खोला जाता है,अगर खोला जाता है तो उसका डाटा पहले अलग कॉपी होता है,जिसके बाद उसे सील किया जाता है,लेकिन इसमें ऐसा नहीं किया गया। इसी संबंध में सीबीआई ने मुम्बई पुलिस के उस जांच अधिकारी को तलब किया है। अधिकारी के मुताबिक आखिरकार सबूतों के साथे ऐसा क्यों किया गया और उस दिन कुक और मैनेजर ने जो बयान दिए है,उसके बयानों को उनकी भाषा में क्यों नहीं लिखा गया। 

केस में नारकोटिक्स भी आई, ईडी ने नारकोटिक्स को वाट्सएप चैट भेजी
मंगलवार को सीबीआई की टीम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों से मिलने पहुंची। रिपोट्र्स के मुताबिक, ईडी ने सीबीआई और नारकोटिक्स ब्यूरो को रिया चक्रवर्ती के कुछ वाट्सएप चैट सौंपे हैं। नारकोटिक्स ब्यूरो को चैट सौंपे जाने के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि मामला ड्रग डीलिंग से संबंधित है। रिपोट्र्स के मुताबिक, रिया चक्रवर्ती ने ड्रग डीलिंग से संबंधित चैट को डिलीट कर दिया था लेकिन फॉरेंसिक टीम की मदद से इन मैसेज को दोबारा प्राप्त कर लिया गया। इससे पहले ईडी की टीम ने रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक चक्रवर्ती और पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती से पूछताछ कर चुकी है। 

Anil dev