माउंट मौंगानुई वनडे में न्यूजीलैंड की हार के 5 बड़े कारण, तीसरा कारण है महत्वपूर्ण

punjabkesari.in Saturday, Jan 26, 2019 - 03:38 PM (IST)

जालन्धर : भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के माउंट मौंगानुई मैदान पर खेला गया दूसरे वनडे 90 रन से जीतने के साथ ही पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है। भारत को माउंट मौंगानुई में जीत दिलाने में एक तरफ जहां भारतीय स्पिनर कुलदीप चाहल का बड़ा योगदान रहा तो वहीं, न्यूजीलैंड क्रिकेटरों की लचर बल्लेबाजी-गेंदबाजी भी इसका बड़ा कारण बनी। पेश है 5 ऐसे बड़े कारण जिसके चलते न्यूजीलैंड की टीम भारतीय क्रिकेटरों के आगे टिक नहीं पाई।

रोस टेलर-लेथम की जोड़ी नहीं चली

न्यूजीलैंड के लिए रोस टेलर और टाम लेथम की जोड़ी किसी भी मैच को जितवाने में महतवपूर्ण मानी जाती है। कई बार ऐसा हुआ है जब न्यूजीलैंड का ऊपरी क्रम ठीक से रन न बना पाया हो तो रोस टेलर और लेथम मजबूत साझेदारी कर अपनी टीम को जीत की राह तक ले जाते थे। क्योंकि लक्ष्य का पीछा करते वक्त दोनों बल्लेबाजों ने पिछले 8 मैचों में 3 बार 150 + की साझेदारियां की हैं। लक्ष्य का पीछा करते वक्त उनके पिछली 8 पारियों के आंकड़े इस तरह है- 71, 1, 30, 200, 79, 26, 178, 187

विलियमसन पहली बार 50 से नीचे आऊट हुए

अगर न्यूजीलैंड की टीम भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करती है तो इसका बड़ा कारण कप्तान केन विलियमसन खुद होते थे। विलियमसन का भारत के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार रहा है। खास तौर पर घर पर वह भारत के खिलाफ लगातार 7 पारियों से 50 से ज्यादा का स्कोर बना रहे थे। लेकिन माउंट मौंगानुई में वह जैसे ही फेल हुए न्यूजीलैंड की पारी धाराधाई हो गई। 

महेंद्र सिंह धोनी की अच्छी फॉर्म

न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी की औसत हमेशा अच्छी रही है। धोनी अब तक न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 मैच खेल चुके हैं। इसमें उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 6 पचासे समेत 589 रन बनाए हैं। धोनी का इस दौरान सर्वाधिक स्कोर नाबाद 85 रन रहा। माउंट मौंगानुई में भी भारत को जो आखिरी ओवरों में बड़ा स्कोर बनाने का मौका मिला उसमें धोनी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। धोनी ने 33 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद 48 रन बनाए जिसकी मदद से भारत 300 रन पार कर पाया।

मार्टिन गुप्टिल का फ्लॉप होना

न्यूजीलैंड टीम जीत के लिए मार्टिन गुप्टिल पर निर्भर रहती है। लेकिन पिछली 6 पारियों से गुप्टिल के बल्ले से कुछ खास रन नहीं निकले हैं। वह पिछले 6 पारियों में 0, 32, 11, 10, 5, 15 रन ही बना पाए हैं। गुप्टिल न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज है। अगर वह रन नहीं बनाते तो इससे सारा दबाव कप्तान केन विलियमसन और मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर आ जाता है। माउंट मौंगानुई वनडे में भी ऐसा ही हुआ। गुप्टिल फेल हुए तो पीछे-पीछे विलियमसन ने भी अपना विकेट गंवा लिया।

रोस टेलर का बल्ला नहीं चला

केन विलियमसन के अलावा न्यूजीलैंड के मध्यक्रम बल्लेबाज रोस टेलर का भारतीय टीम के खिलाफ बल्ला खूब बोलता है। रोस टेलर भारत के खिलाफ अब तक 27 मैच खेल चुके हैं इनमें उनके नाम 2 शतक और 5 अर्धशतक की मदद से 964 रन दर्ज हैं। लेकिन मौजूदा सीरीज में रोस टेलर लगातार दो मैचों में फेल हो गए। नेपियर वनडे में भी वह महज 24 रन ही बना पाए थे। अब माउंट मौंगानुई वनडे में उनके 22 रन पर ही आऊट होने के चलते भारत को आसानी से जीत मिल गई। 

Jasmeet