आमिर सोहेल बोले- ’99 विश्व कप में अफरीदी को सलामी बल्लेबाज बना पाकिस्तान ने की गलती

punjabkesari.in Thursday, Jul 23, 2020 - 02:44 PM (IST)

लाहौर : पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज आमिर सोहेल का मानना है कि वसीम अकरम की अगुवाई वाली टीम ने 1999 के विश्व कप में एक लोकल टीम की तरह खेले थे जहां वे उपविजेता रहे। उक्त विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को पहली बार 132 रनों पर रोक दिया, जिसे उन्होंने बाद में बड़े आराम से पा लिया। 

सोहेल ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा- मेरे क्रिकेट अनुभव मैं कह सकता हूं कि हमने एक स्थानीय टीम की तरह पूरा विश्व कप खेला। हमने पहले मैच में एक अलग लाइन-अप के साथ आए और उससे अगले मैच में एक अलग लाइन-अप के साथ। 

सोहेल, जिन्होंने 1996 से 1998 के बीच 22 वनडे मैचों में पाकिस्तान की कप्तानी की, ने कहा कि टीम प्रबंधन ने ऑल-राउंडर के रूप में शाहिद अफरीदी को सलामी बल्लेबाज के रूप में भेज कर गलती की। अफरीदी स्थिति अनुसार न तो गेंदबाजी कर सकते हैं और न ही बल्लेबाजी।

सोहेल ने कहा- जब मैं 1998 में कप्तान था, तब हमने चयनकर्ताओं के साथ फैसला किया था कि हमारे पास विश्व कप के लिए नियमित सलामी बल्लेबाज होने चाहिए जो विकेट पर टिके रह सकें और नई गेंद खेल सकें। दुर्भाग्य से, शाहिद अफरीदी का विकल्प चुना, वह सपाट कम उछाल वाली पिचों पर गेंदबाजों को दबाव में लाते थे।

सोहेल बोले- कई बार परिस्थितियों आपसे कुछ और मांगती हैं। यह एक बड़ा जुआ साबित हुआ। वह न तो गेंदबाजी कर पा रहा था और न ही बल्लेबाजी। अगर मैं वसीम अकरम की जगह कप्तान होता तो मैं मोहम्मद यूसुफ को आगे भेजता। अफरीदी के लिए यह विश्व कप अच्छा नहीं था क्योंकि वह टूर्नामेंट में खेली गई सात पारियों में केवल 93 रन बना सके थे।

Jasmeet