''उन सभी का धन्यवाद जिन्होंने मेरी चिंता की और समर्थन किया'', दादी के निधन की खबरों पर अमनजोत कौर ने तोड़ी चुप्पी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 12:25 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर अमनजोत कौर ने सोशल मीडिया पर चल रही अपनी दादी के निधन की अफवाहों को सख्ती से खारिज किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी 75 वर्षीय दादी भगवंती कौर पूरी तरह स्वस्थ हैं और ऐसी सभी खबरें निराधार हैं। हाल ही में भारत ने नवी मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर महिला विश्व कप 2025 का खिताब जीता था, जिसमें अमनजोत टीम का अहम हिस्सा थीं। अफवाहों के बीच, उन्होंने सच्चाई सामने रखकर प्रशंसकों से गलत जानकारी न फैलाने की अपील की। 

सोशल मीडिया पर अमनजोत का बयान

सोशल मीडिया पर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमनजोत की दादी का टूर्नामेंट के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। बताया गया था कि परिवार ने यह बात अमनजोत से छुपाई ताकि उनका ध्यान खेल पर केंद्रित रहे। हालांकि, अमनजोत ने इन खबरों को पूरी तरह गलत बताते हुए इंस्टाग्राम पर एक बयान जारी किया। उन्होंने लिखा, 'मैं यह साफ करना चाहती हूं कि मेरी दादी पूरी तरह ठीक हैं। कृपया इंटरनेट पर फैलाई जा रही झूठी खबरों पर विश्वास न करें और उन्हें आगे साझा न करें। उन सभी का धन्यवाद जिन्होंने मेरी चिंता की और समर्थन किया।' उनके इस बयान के बाद क्रिकेट प्रशंसकों और साथियों ने राहत की सांस ली और फर्जी खबरें फैलाने वालों की आलोचना की।

अफवाह कैसे फैली

अमनजोत की दादी भगवंती कौर, जो पंजाब में रहती हैं, लंबे समय से परिवार के साथ महिला क्रिकेट में उनके सफर का हिस्सा रही हैं। महिला विश्व कप के दौरान मीडिया में खबर आई कि टूर्नामेंट के बीच उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे अफवाहें तेजी से फैल गईं। कुछ वेबसाइटों और सोशल मीडिया पेजों ने यह भी लिखा कि उनका निधन हो गया है। यह खबर वायरल होते ही फैंस और समर्थकों में चिंता की लहर दौड़ गई। लेकिन सच्चाई यह निकली कि भगवंती कौर बिल्कुल ठीक थीं, और परिवार ने इस अफवाह पर नाराजगी जताई।

महिला विश्व कप 2025 में अमनजोत का शानदार प्रदर्शन

अमनजोत कौर का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में बेहद प्रभावशाली रहा। उन्होंने सात मैचों में 36.50 की औसत से 146 रन बनाए और छह विकेट भी अपने नाम किए। हालांकि आंकड़े साधारण दिख सकते हैं, लेकिन उनके योगदान ने टीम के लिए निर्णायक भूमिका निभाई। विशेष रूप से फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, अमनजोत ने गेंदबाजी और फील्डिंग दोनों में प्रभाव छोड़ा। 

फाइनल का निर्णायक क्षण

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खिताबी मुकाबले में जब कप्तान लॉरा वोल्वार्ड्ट 101 रन बनाकर टीम को लक्ष्य के करीब ले जा रही थीं, तब अमनजोत ने एक ऐसा पल बनाया जिसने मैच का रुख पलट दिया। डीप मिड-विकेट पर फील्डिंग करते हुए उन्होंने वोल्वार्ड्ट का शानदार कैच पकड़ा। यह कैच मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ और दक्षिण अफ्रीका की उम्मीदें वहीं खत्म हो गईं। भारत ने अंततः यह मुकाबला 52 रनों से जीतकर इतिहास रच दिया, यह भारतीय महिला टीम का पहला विश्व कप खिताब था।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Sanjeev

Related News