मुख्य कोच एंडी फ्लावर ने की हेजलवुड की तारीफ, बताया क्या है RCB की सबसे बड़ी ताकत
punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 03:49 PM (IST)

बेंगलुरु : रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के मुख्य कोच एंडी फ्लावर ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) मैच में यहां राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ टीम की 11 रन की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड की तारीफ करते हुए कहा कि यह विश्व स्तरीय गेंदबाज खेल के किसी भी प्रारूप में दबाव झेल सकता है और उसे पता कि किसी विशेष समय पर कौन सी गेंद फेंकनी है।
आखिरी ओवरों में हेजलवुड की शानदार गेंदबाजी से RCB की टीम मौजूदा सत्र में अपने घरेलू मैदान पर चार मैचों में पहली जीत के साथ अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गई। ऑस्ट्रेलिया के इस गेंदबाज ने अपने आखिरी दो ओवरों में सिर्फ सात रन खर्च कर 4 विकेट लिए। उन्होंने चार ओवर में 33 रन देकर चार सफलता हासिल की जिससे RCB ने 9 मैचों में छठी जीत दर्ज की।
फ्लावर ने कहा, ‘मैं शायद उनके आखिरी दोनों ओवरों की बात करूंगा क्योंकि उनके दो ओवरों में सात रन गए और उन्होंने तीन विकेट लिए। उन दोनों ओवरों में उस खिलाड़ी का स्तर दिखा। वह कमाल का गेंदबाज है, वह विश्व स्तरीय गेंदबाज है, उसके पास किसी भी प्रारूप में दबाव झेलने की क्षमता है। मुझे पता है कि उसे एक ही लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी के लिए जाना जाता है लेकिन उसके पास हर तरह की गेंदबाजी करने की क्षमता है।'
जिम्बाब्वे के इस पूर्व कप्तान ने कहा, ‘उसने यॉर्कर, वाइड यॉर्कर और धीमी गेंदों का शानदार मिश्रण किया। उसे पता है कि कब किस तरह की गेंदबाजी करनी है।' फ्लावर ने कहा कि तीन अलग-अलग तरह की तेज गेंदबाजी आक्रमण RCB की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भुवी (भुवनेश्वर कुमार) इस सत्र में शानदार रहे हैं और यश (दयाल) ने आज (गुरुवार) आखिरी ओवर में फिर से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने दबाव में शानदार रहे है।'
फ्लावर ने इसके साथ ही दिग्गज विराट कोहली (42 गेंद में 70) और वामहस्त बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल (27 गेंद में 50) की भी तारीफ की। इन दोनों की 95 रन की साझेदारी से टीम 205 रन बनाने में सफल रही। RCB के मुख्य कोच ने कहा, ‘देव पडीक्कल ने बिना किसी जोखिम के 27 गेंदों पर 50 रन बनाकर कमाल की पारी खेली। हम विराट (कोहली) के बारे में बहुत कुछ कहते हैं, लेकिन 42 गेंदों पर उनकी 70 रन की पारी और देव के साथ उनकी साझेदारी ने हमें वास्तव में एक ऐसी पिच पर एक मंच दिया जो इतनी आसान नहीं थी।'