गौतम गंभीर के अलावा यह क्रिकेटर्स भी आजमा चुके हैं राजनीति में अपना भाग्य

punjabkesari.in Monday, Apr 22, 2019 - 11:04 PM (IST)

जालन्धर : टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर आखिरकार भाजपा की ओर से ईस्ट दिल्ली से संसदीय चुनाव लड़ते नजर आएंगे। दो महीने पहले तक गंभीर किसी भी पार्टी में शामिल होने से मना कर रहे थे। लेकिन आईपीएल शुरू होने से पहले उन्होंने भाजपा ज्वाइंन कर सबको चौका दिया था। गंभीर अकेले ऐसे क्रिकेटर नहीं है जो चुनाव लड़ेंगे। उनसे पहले टीम इंडिया के कई क्रिकेटरों ने राजनीति में अपना भाग्य आजमाया है। जानें कौन हैं अन्य क्रिकेट्र्स-

नवजोत सिंह सिद्धू  

इंटरनेशनल क्रिकेट में 7,000 से ज्यादा रन बनाने वाले सिद्धू ने साल 2004 में बीजेपी के साथ हाथ मिलाते हुए राजनीति में कदम रखा था। हालांकि पंजाब में बीते विधानसभा चुनाव से सिद्धू ने बीजेपी से नाता तोड़ कांग्रेस का दामन थामा।  

चेतन चौहान

1969 में भारत की तरफ से अपना पहला टेस्ट खेलने वाले चौहान को 1981 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। वह भी बीजेपी का हिस्सा हैं और मौजूदा समय में उ.प्र. सरकार में मंत्री हैं। 

कीर्ति आजाद

सन् 1980 से 1986 के बीच भारीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे आजाद 7 टेस्ट और 25 ओडीआई मैच खेल चुके हैं। कीर्ति के पिता भगवंत झा बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके थे और उन्होंने भी क्रिकेट के मैदान को अलविदा कहने के बाद राजनीति का रूख किया। एक समय बीजेपी का साथ देने वाले कीर्ति अब कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। 

एस. श्रीसंत 

फिक्सिंग के बाद से श्रीसंत पर आजीवन बैन लग गया था लेकिन हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए ये बैन हटा दिया है। श्रीसंत ने 2016 में केरल विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ा था लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाए। 

मोहम्मद अजहरूद्दीन

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके मोहम्मद अजहरूद्दीन को 'कलाई के जादूगर' भी कहा जाता है। अजहरूद्दीन ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होते हुए से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ा था और बड़े अंतर से जीते थे। हालांकि 2014 आम चुनावों में वह मोदी लहर के बीच अपनी सीट बचा पाए थे। 

मोहम्मद कैफ

शायद आप ना जानते हों लेकिन कैफ ने भी साल 2014 में कांग्रेस की तरफ से आम चुनाव से फूलपुर सीट से किस्मत आजमाई थी लेकिन उन्हें बीजेपी के केशव प्रसाद मौर्या से हाथों हार का सामना करना पड़ा था।

Jasmeet