11 दिसंबर को आयोजित की जाएगी BCCI की आम बैठक

punjabkesari.in Tuesday, Nov 28, 2017 - 01:46 PM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) की विशेष आम बैठक (एसजीएम) अगले माह 11 दिसंबर को आयोजित की जाएगी। बीसीसीआई का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति(सीओए) के निर्देश पर कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने 11 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में एसजीएम आयोजित करने का निर्णय किया है। भारतीय बोर्ड ने मंगलवार को इसकी आधिकारिक जानकारी दी। गौरतलब है कि इसी माह सीओए ने बोर्ड से मुख्य रूप से टेस्ट, वनडे क्रिकेट लीगों के साथ पूर्व आईपीएल फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स के विवाद को हल करने के लिए जल्द एसजीएम बुलाने के निर्देश दिये थे।   

बैठक का मुख्य एजेंडा तीन विषयों पर होगा
बैठक का मुख्य एजेंडा तीन विषयों पर केंद्रित माना जा रहा है जिसमें नए फ्यूचर टूर कार्यक्रम (एफटीपी) के तहत टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे लीग के कार्यक्रम पर चर्चा करने के साथ निलंबन के बाद राजस्थान क्रिकेट संघ(आरसीए) को वापिस बोर्ड में शामिल करने की रूपरेखा तैयार करना है। वर्ष 2014 में ललित मोदी के अध्यक्ष चुने जाने के बाद आरसीए को निलंबित कर दिया गया था।  समझा जाता है कि सीओए ने इस बैठक का निर्णय भारतीय बोर्ड सचिव अमिताभ चौधरी की अपील पर लिया है जिसमें उन्होंने सदस्यों को इन तीन अहम मसलों पर जानकारी देने के लिये कहा था, अन्यथा बिना सदस्यों और राज्य संघों की सहमति के इस बारे में किसी निर्णय पर पहुंचा नहीं जा सकेगा। 

बीसीसीआई के तीन शीर्ष पदाधिकारियों को इस बाबत ईमेल भी भेजा गया था जिसमें सीओए ने कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना को सभी बोर्ड सदस्यों को एसजीएम के लिये सूचित करने को कहा था। इसके अलावा सीओए ने साथ ही खासतौर पर इस बात पर जोर दिया था कि बैठक में केवल राज्य संघों के योग्य पदाधिकारी ही हिस्सा लें। इसके अलावा एजेंडे में लीगों पर चर्चा भी अहम होगी। इस वर्ष अक्टूबर में ऑकलैंड में हुई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) की बोर्ड बैठक में बीसीसीआई सहित बाकी सदस्यों ने भी टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे लीग पर अपनी सहमति जताई थी। 

टेस्ट चैंपियनशिप की शुरूआत 2019 विश्वकप के तुरंत बाद होनी है जो अगले दो वर्ष तक चलेगी और इसका समापन 2021 में शीर्ष दो टीमों के बीच फाइनल से होगा।  पहली वनडे लीग में शीर्ष 13 टीमें हिस्सा लेंगी जो 2020-21 में आयोजित होगी जो दो वर्ष तक 2023 विश्वकप तक चलेगी। इसके बाद इस लीग को तीन वर्ष तक खेला जाएगा। गौरतलब है कि दोनों लीगों पर दिसंबर में सिंगापुर में होने वाली आईसीसी की अगली कार्यशाला में चर्चा होगी। इस बैठक में जौहरी बीसीसीआई के प्रतिनिधि होंगे।