हर बदलाव चुनौतियों के साथ आता है, सीके नायडू ट्रॉफी में टॉस की प्रथा खत्म करने पर बोले अरूण

punjabkesari.in Sunday, Sep 01, 2024 - 01:05 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : अंडर-23 कर्नल सीके नायडू ट्रॉफी में सिक्का उछालने (टॉस) की प्रथा को खत्म कर दिया गया है। मेहमान टीम तय करेगी कि वे पहले बल्लेबाजी करेंगे या गेंदबाजी। इस पर अपने विचार रखते हुए पूर्व भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरूण ने कहा, 'एक तरह से, अगर आप सकारात्मक पक्ष को देखें तो यह मददगार हो सकता है। घरेलू टीम जो विकेट तैयार करती है, वह बहुत निष्पक्ष होगी क्योंकि वे कोई अनुचित लाभ नहीं देना चाहेंगे। इसलिए मुझे लगता है कि निष्पक्ष विकेट होंगे।' 

अरुण ने कहा, 'यह कुछ ऐसा है जिसके लिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा। हमने पहले ऐसा नहीं किया है। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि यह बदलाव कितना अच्छा है। हर बदलाव अपनी चुनौतियों के साथ आता है। बदलाव के कुछ अच्छे पहलू हैं और कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं, लेकिन हमें वास्तव में इंतजार करना होगा और देखना होगा कि यह कैसे सामने आता है।' 

अंडर-23 प्रतियोगिता में संशोधित अंक प्रणाली में पहली पारी में टीमों की बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिए अतिरिक्त अंक शामिल हैं। अरुण ने अंत में कहा, 'अंक प्रणाली में आए सभी बदलावों के साथ, वे यह देखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि वे इसे और अधिक प्रतिस्पर्धी कैसे बना सकते हैं और अधिक परिणाम-उन्मुख मैच कैसे प्राप्त कर सकते हैं। यह खेल के लिए काफी अच्छा है। स्पोर्टिंग घोषणाएं आती हैं और दूसरी टीम को उन कुलों के साथ चुनौती देती हैं जो प्राप्त करने योग्य लगते हैं और उन्हें आउट करने की कोशिश करते हैं - यह भी एक चुनौती है। मुझे लगता है कि पहले कई टीमें ड्रॉ के लिए खेलती थीं या फिर एक तरफ से खेलकर नकारात्मक लाइन पर गेंदबाजी करती थीं। यह सब खत्म हो जाएगा। उन्हें आगे आने के लिए और अधिक सकारात्मक क्रिकेट खेलना होगा।' 


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Content Writer

Sanjeev

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