IND vs AUS : गावस्कर ने कहा- भुवनेश्वर की डेथ ओवरों में गेंदबाजी चिंता का विषय
punjabkesari.in Wednesday, Sep 21, 2022 - 01:27 PM (IST)

नई दिल्ली : महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है कि अगले महीने शुरू होने वाले टी20 विश्व कप से पहले सीनियर तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का डेथ ओवरों में खराब प्रदर्शन भारत के लिए ‘वास्तविक चिंता’ है। भुवनेश्वर ने पिछले कुछ मैच में डेथ ओवरों में काफी रन लुटाए हैं। मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में भी उन्होंने 19वें ओवर में 16 रन दिए जिससे ऑस्ट्रेलिया 209 रन के रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहा।
गावस्कर ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि बहुत अधिक ओस थी। हमने क्षेत्ररक्षकों या गेंदबाजों को अपनी उंगलियों को सुखाने के लिए तौलिए का उपयोग करते नहीं देखा। यह कोई बहाना नहीं है। हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। उदाहरण के लिए, वहां 19वां ओवर, वह वास्तविक चिंता का विषय है।’ उन्होंने कहा, ‘भुवनेश्वर कुमार जैसे गेंदबाज को जब भी गेंद सौंपी जा रही है तो वह हर बार रन लुटा रहा है। उसने पाकिस्तान, श्रीलंका और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच में 18 गेंद में (19वें ओवर में गेंदबाजी करते हुए) 49 रन दिए हैं।’
गावस्कर ने कहा, ‘यह लगभग तीन रन प्रति गेंद हैं। उसके जैसे अनुभव और क्षमता के गेंदबाज के साथ आप उम्मीद करते हैं कि वह उन 18 गेंद में 35 से 36 रन देगा। यह वास्तव में चिंता का विषय है।’ पूर्व कप्तान ने कहा कि भारत अच्छे स्कोर का बचाव करने में भी सफल नहीं हो पा रहा लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि जसप्रीत बुमराह की वापसी से गेंदबाजी विभाग को मजबूती मिलेगी।
बुमराह इस साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला के बाद से ही बाहर हैं क्योंकि वह पीठ की पुरानी चोट से उबर रहे थे। गावस्कर ने कहा, ‘हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि यह उन क्षेत्रों में से एक रहा है जहां भारत को नुकसान उठाना पड़ा है। वे अच्छे स्कोर का बचाव करने में भी सक्षम नहीं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हो सकता है कि जब बुमराह आए तो यह पूरी तरह से अलग स्थिति हो क्योंकि वह शीर्ष क्रम के विकेट चटकाता है। भारत को आज (मंगलवार) वह नहीं मिले क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने तेजतर्रार शुरुआत की।’इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, ‘हालांकि यह केवल पहला मैच था। मत भूलिए कि ऑस्ट्रेलिया विश्व चैंपियन है। उनसे असाधारण चीजें करने की उम्मीद की जाती है।’