बर्थडे सेलिब्रेशन : डेसमंड हेंस ने पूरे करियर में बनाए कई ‘रोचक’ रिकॉर्ड

punjabkesari.in Thursday, Feb 15, 2018 - 04:59 PM (IST)

जालन्धर (जसमीत सिंह) : वैस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर डेसमंड हेंस जब तक खेलते रहे, विरोधियों में टीमों में उनका बराबर ढंका बजता रहा। कहा जाता है कि जब हेंस के पांव पिच पर टिक जाते थे तो उन्हें हिलाना बहुत मुश्किल हो जाता था। इसकी उदाहरण उनके बनाए रिकॉर्डों से भी झलकती है। हेंस ने वनडे क्रिकेट में अब तक 17 सेंचुरी बनाई हैं। इनमें 16 बार उनकी टीम जीती है। वहीं, 11 बार वह अविजित ही पैवेलियन में लौटे। हेंस के बारे में कहा जाता था कि अगर अपने उन्हें शुरुआत में आऊट कर लिया तो अच्छा। लेकिन अगर वह जम गए तो नाबाद ही लौटेंगे। 
ग्रीनीज और हेंस की ओपनिंग जोड़ी है काफी मशहूर

गॉर्डन ग्रीनीज और डेसमंड हेंस की जोड़ी को टेस्ट क्रिकेट की सबसे बेहतरीन ओपनिंग जोडिय़ों में से एक माना जाता है। दोनों ने साथ-साथ 89 टैस्ट मैच खेले। इसमें 148 बार उन्होंने पारी की शुरुआत की। दोनों के नाम 47 की औसत से ओपनिंग करते हुए 6483 रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। इसमें 16 शतकीय साझेदारियां भी शामिल हैं। 1990 को एंटुगा में इंगलैंड के खिलाफ खेली गई 298 रन की पारी भी इसमें शामिल हैं। ग्रीनीज और हेंस के बाद ऑस्ट्रेलिया की ओपनिंग जोड़ी मैथ्यू हेडन और जस्टिन लैंगर का नाम आता है। जिन्होंने साथ में 5655 रनों की साझेदारी निभाई।
पहले और आखिरी मैच में भी लगाया शतक

हेंस जब अपने करियर के अंत में थे तो वह वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में से एक थे। हेंस का रिकॉर्ड बाद में मोहम्मद अजहरुद्दीन फिर सचिन तेंदुलकर ने तोड़ा था। हेंस के नाम पर वनडे के पहले और आखिरी मैच में शतक लगाने का भी रिकॉर्ड है। हेंस के अलावा यह कारनामा इंगलैंड के बल्लेबाज डैनिस एमिस दिखा चुके हैं।
दोनों पारियों में नॉटआऊट रहे

एक और रिकॉर्ड जो हेंस की याद ताजा करता है वह है उनका दोनों पारियों में नॉट आऊट वापस आना है। हेंस ने 1978-79 में दोनों पारियों में ओपनिंग (55 और 105) की और अंत तक नॉट आऊट ही लौटे।
हैंडलिंग द बॉल के लिए भी हुए आऊट

वैसे तो हैंडलिंग द बॉल के क्रिकेट में बहुत कम मौके देखने को मिलते हैं। लेकिन 1983 में भारत के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच के दौरान हेंस ने आऊट होकर क्रिकेट फैंस की यादें ताजा कर दीं। उन दिनों हैंडलिंग द बॉल के बहुत कम मामले सामने आते थे। हेंस जब आऊट हुए तो ऐसा करने वाले वह दुनिया के मात्र चौथे बल्लेबाज थे।
तीन बार टैस्ट की पूरी पारी में नॉट आऊट रहे

हेंस इसके अलावा तीन पारियों में शुरुआत से अंत तक नाबाद रहने वाले बल्लेबाज भी हैं। उन्होंने 1986 में पाकिस्तान के खिलाफ 88* रन, 1991 में इंगलैंड के खिलाफ 75* और 1992 में वैस्टइंडीज के खिलाफ 143* बनाते वक्त नॉट आऊट लौटे थे।