दो साल की उम्र में ही विश्व कप के दीवाने बन गये थे नेमार

punjabkesari.in Wednesday, May 30, 2018 - 05:12 PM (IST)

नई दिल्लीः विश्व कप में दूसरी बार अपना जलवा दिखाने के लिये बेताब ब्राजील स्टार नेमार जब केवल दो साल के थे तब पहली बार उन्होंने फुटबाल के इस महासमर के मैच पहली बार टीवी पर देखा था और रोमेरियो का हालैंड के खिलाफ किया गोल उनके दिलोदिमाग में रच-बस गया। नेमार ने विश्व कप से जुड़ी अपनी पहली याद को फीफा की आधिकारिक वेबसाइट पर साझा किया है।           

ब्राजील के इस स्ट्राइकर ने कहा, ‘‘मेरी विश्व कप से जुड़ी पहली याद 1994 की है। मैं भले ही तब दो साल का था। मैंने पहली बार विश्व कप का मैच टीवी पर था और मुझे रोमेरियो का हालैंड के खिलाफ किया गया गोल याद है। मुझे बबेटो का वह क्रास याद है उन्होंने उसे लिया और गोल हो गया।’’ नेमार ही नहीं कई अन्य फुटबालरों ने भी विश्व कप की पहली याद को साझा किया है। इनमें फ्रांस के दिग्गज फुटबालर और अब बेल्जियम के सहायक कोच थियरे हेनरी भी शामिल हैं।    

हेनरी ने कहा, ‘‘विश्व कप में मेरी पहली याद मारियस ट्रेसर का विश्व कप 1992 के सेमीफाइनल में पश्चिम जर्मनी के खिलाफ किया गया गोल है। मुझे सिर्फ इतना याद है कि मेरे घर में सब खुशी में नाच रहे थे। ट्रेसर वेस्टइंडीज के थे और मैं तब छुट्टियां बिताने वेस्टइंडीज गया था। मैं पांच साल का था और ईमानदारी से कहूं तो घर में खुशी के मारे सभी चिल्ला रहे थे।’’          


फ्रांस के मिडफील्डर पॉल पोग्बा ने कहा कि फ्रांस ने 1998 विश्व कप के फाइनल में जब ब्राजील को 3-0 से हराया तो वह केवल छह साल के थे लेकिन वह भी अन्य लोगों के साथ कार की छत पर चढ़कर जश्न मनाने लगे थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं तब वास्तव में काफी युवा था और मैं घर में अन्य सदस्यों के साथ मैच देख रहा था। जैसे ही फ्रांस जीता मैं बाहर आ गया और कार के ऊपर चढ़ गया। लोग कार के हार्न बजाकर जश्न मना रहे थे और सभी खुश थे।’’          


स्पेन के मिडफील्डर थियगो अलकांट्रा के पिता माजिन्हो 1994 की विश्व कप विजेता ब्राजीली टीम के सदस्य थे। अलकांट्रा ने कहा, ‘‘मेरी पहली याद 1994 विश्व कप से जुड़ी है जिसे मेरे पिता (ब्राजील के माजिन्हो) ने जीता था। मैं तब केवल तीन साल का था। मुझे भले ही मैचों की याद नहीं है लेकिन मुझे उनके स्वदेश लौटने के बाद का जश्न याद है जिसमें सभी खिलाडिय़ों के परिजनों ने हिस्सा लिया था।’’          


ईरान के मिडफील्डर अलिरजा जहांबख्श ने कहा कि विश्व कप मैच देखते हुए उनके पिता ने उनसे एक दिन इस फुटबाल महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिये कहा था। अलिरजा ने कहा, ‘‘मुझे 2006 विश्व कप की अच्छी याद है जब मैं परिवार के साथ घर में मैच देख रहा था। जब हम मैच देख रहे थे तब मेरे पिता मेरी तरफ मुड़े और उन्होंने कहा, ‘मेरा सबसे बड़ा सपना तुम्हें एक दिन विश्व कप में खेलते हुए देखना है।’ मैं तब बच्चा था और किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि केवल आठ साल बाद मैं ऐसा करने में सफल रहूंगा। लेकिन उनका सपना निश्चित तौर पर मेरा सपना बन गया था। ’’          


इंग्लैंड के स्ट्राइकर हैरी केन ने अपनी विश्व कप यादों के बारे में कहा, ‘‘मुझे 2002 का विश्व कप और रोनाल्डिन्हो की (इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में) टॉप कार्नर से ली गयी फ्री किक याद है। अब भी मुझे वह शॉट कचोटता है। यह मेरी विश्वकप से जुड़ी पहली याद है जिसके बाद मैंने एक दिन इसमें खेलने का सपना देखा था। ’’ 


रूसी गोलकीपर इगोर अकीनफीव ने कहा, ‘‘मुझे अमेरिका में 1994 में खेला गया विश्व कप याद है। यह पहला अवसर था जब मैं फुटबाल को अच्छी तरह से समझ रहा था। मुझे कैमरून के खिलाफ खेला गया मैच अच्छी तरह से याद है जब ओलेग सालेंको ने पांच गोल किये थे और रूस 6-1 से जीता था।’’ 


रोनाल्डो को अपना आदर्श मानने वाले जेवियर हर्नांडेज तो 1998 में विश्व कप मैच देखने के लिये स्कूल से जल्द से जल्द घर पहुंचने की कोशिश करते थे। हर्नांडेज ने कहा, ‘‘पहला विश्व कप जो मुझे याद है वह 1998 का विश्व कप है। मेरा आदर्श रोनाल्डो उसमें खेल रहा था। मैचों का कार्यक्रम इस तरह से था कि मुझे मैच देखने के लिये स्कूल में अपनी कक्षा जल्दी खत्म करके घर पहुंचना पड़ता था।’’   

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