मैच देखने 10 किलोमीटर पैदल चलते थे, अब हॉकी इंडिया लीग में छाप छोड़ने को तैयार हैं कप्तान आमिर अली
punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2024 - 02:40 PM (IST)
नई दिल्ली : भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम के 20 वर्षीय कप्तान आमिर अली आगामी हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) 2024-25 में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं। नीलामी में टीम गोनासिका द्वारा 34 लाख रुपए में खरीदे गए आमिर का भारतीय हॉकी के शीर्ष पर पहुंचना किसी प्रेरणा से कम नहीं है। लखनऊ में जन्मे और पले-बढ़े आमिर एक बाइक मैकेनिक के बेटे हैं। उन्होंने स्कूल के बाद अपने पिता की मदद करने और हॉकी के प्रति अपने जुनून को पूरा करने के लिए काम के साथ-साथ कोचिंग के बीच संतुलन बनाए रखा। पार्ट-टाइम मैकेनिक के रूप में काम करने से लेकर प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भारतीय जूनियर टीम की कप्तानी करने तक का उनका सफर उनके करियर को परिभाषित करने वाली दृढ़ता और समर्पण को दर्शाता है।
अपनी यात्रा और हॉकी खिलाड़ी बनने के लिए उन्हें किस बात ने प्रेरित किया, आमिर ने बताया, 'अपनी किशोरावस्था के दौरान मैं अपने पिता की बाइक मैकेनिक की नौकरी से शर्मिंदगी महसूस करता था, क्योंकि मैं यह समझने के लिए पर्याप्त परिपक्व नहीं था कि कोई भी काम छोटा नहीं है। लेकिन यह हमारे परिवार के संघर्ष ही थे, जिन्होंने मुझे हॉकी में अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। मैं अपनी वित्तीय स्थिति को बदलना चाहता था और अपने परिवार और देश को गौरवान्वित करना चाहता था। यही इच्छा हॉकी खिलाड़ी के रूप में सफल होने के लिए मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा बन गई।'
उन्होंने कहा, 'अब, मैं हॉकी खेलकर जो भी कमाता हूं, मैं उसे अपने पिता को भेजता हूं, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि उन्हें किसी भी कठिनाई का सामना करना पड़े। मेरा लक्ष्य उन्हें हर संभव तरीके से सहायता प्रदान करना है और यह जानना कि इससे उन्हें खुशी मिलती है, यही मुझे वास्तव में संतुष्टि देता है।'
उल्लेखनीय है कि आमिर एक डिफेंडर हैं और ने हाल ही में भारतीय टीम को जूनियर एशिया कप खिताब दिलाया और अब वह अपनी जीत की लय को जारी रखने के उद्देश्य से आगामी हॉकी इंडिया लीग में खेलने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, 'जूनियर एशिया कप जीतना मेरे लिए बहुत बड़ा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था और मैं इस जीत की लय को लीग में भी जारी रखने के लिए तैयार हूं। HIL में सीनियर खिलाड़ी अपना अनुभव लेकर आएंगे और मैं उनके साथ सीखने और प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक हूं।'
दिलचस्प बात यह है कि आमिर का हॉकी इंडिया लीग से जुड़ाव उनके बचपन से है। उन्होंने बताया कि कैसे एक युवा लड़के के रूप में वह अपने आदर्श मनप्रीत सिंह को लखनऊ में HIL मैच खेलते देखने के लिए 10 किलोमीटर पैदल चलकर जाते थे। अब आमिर के लिए जीवन का चक्र पूरा हो गया है क्योंकि उन्होंने न केवल उसी प्रतिष्ठित लीग में अपनी जगह बनाई है बल्कि टीम गोनासिका में अपने आदर्श मनप्रीत सिंह के साथ खेलेंगे।
उन्होंने कहा, 'यह सोचना कि मैं कभी HIL मैच देखने गया था और अब मैं उनमें खेलूंगा, एक बहुत ही खास एहसास है। मेरे माता-पिता गर्व महसूस करते हैं और इससे मुझे बहुत खुशी मिलती है। मैं अपने आदर्श मनप्रीत सिंह के साथ खेलने के लिए बहुत उत्साहित हूं और उनसे सीखने और उनके मार्गदर्शन में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्सुक हूं।' युवा डिफेंडर आगामी सत्र के लिए अपने लक्ष्यों के बारे में स्पष्ट हैं। मैं अपना 100 प्रतिशत देना चाहता हूं और यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि टीम गोनासिका अच्छा प्रदर्शन करे। मुझे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है, और मैं टीम की सफलता में योगदान देकर उस विश्वास को चुकाने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं। आगामी सत्र के लिए मेरा लक्ष्य अपनी टीम के साथ HIL ट्रॉफी उठाना है।'
जमीनी स्तर की हॉकी से राष्ट्रीय स्तर तक आमिर की यात्रा महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए प्रेरणा का काम करती है। युवा खिलाड़ियों को उनका संदेश कड़ी मेहनत, अनुशासन और कोचों के प्रति सम्मान है। उन्होंने सलाह दी, 'हमेशा अपने कोच का सम्मान करें, अनुशासित रहें और कड़ी मेहनत करें। अगर आप अपने काम के प्रति ईमानदार हैं, तो आप अपना लक्ष्य हासिल कर लेंगे।'