चहल ने हसरंगा के साथ पर्पल कैप के लिए प्रतिस्पर्धा से किया इनकार, कहा- वह भाई की तरह है
punjabkesari.in Monday, May 16, 2022 - 10:52 AM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : राजस्थान रॉयल्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स को 24 रन से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 के प्लेऑफ में क्वालीफाई के लिए एक कदम और आगे बढ़ा लिया है। राजस्थान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 178/6 का स्कोर किया और लखनऊ के बल्लेबाज आगे बढ़ने में असफल रहे और अंततः एक उचित अंतर से हार गए। मुकाबले के दौरान युजवेंद्र चहल ने आरसीबी के लेग स्पिनर वानिंदु हसरंगा को पीछे छोड़ते हुए पर्पल कैप हासिल की।
चहल ने अपने टूर्नामेंट में 24 विकेट लिए, वहीं हसरंगा के नाम 23 विकेट्स हैं और दूसरे स्थान पर हैं। इस बीच राजस्थान के स्पिनर ने अपने और श्रीलंका के स्पिनर के बीच गेंदबाजी चार्ट में शिखर स्थान के लिए किसी भी प्रतियोगिता के लिए इनकार किया है। हसरंगा और कुलदीप यादव को अपना भाई बताते हुए चहल ने कहा कि वह अपने समकालीनों की सफलता से खुश हैं।
चहल ने मैच के बाद कहा कि वह (हसरंगा) जो कुछ भी कर रहा है, मैं उसके लिए खुश हूं क्योंकि वह मेरे भाई की तरह है। अगर वह विकेट लेता है, कुलदीप विकेट लेता है तो मैं उससे खुश हूं। इस बीच चहल ने खेल में दीपक हुड्डा का महत्वपूर्ण विकेट लिया जिसने प्रतियोगिता पर राजस्थान की पकड़ मजबूत कर दी। हालांकि वह वास्तव में अपने समग्र प्रदर्शन से खुश नहीं थे उसने अपने चार ओवरों में 42 रन दिए।
चहल ने कहा कि हमें उस जीत की जरूरत थी। शीर्ष दो में जगह बनाने के लिए हमें यह मैच जीतना था। मैं खुद से थोड़ा निराश था लेकिन अगले मैच में जरूर वापसी करूंगा। जब हुड्डा इतनी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेग साइड छोटी थी, मैं कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था। मैंने कुछ उड़ती हुई गेंदें फेंकने की कोशिश की, उसने छक्के मारने की कोशिश की, मैं कोई अतिरिक्त रन नहीं देना चाहता था।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
CM आवास में आयोजित बैठक में नीतीश कुमार का बड़ा फैसला, JDU के विधानसभा प्रभारियों की टीम को किया भंग

Recommended News

दत्तात्रेय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि दी

Parivartini Ekadashi: आज करें ये उपाय, श्री हरि की कृपा से खुशियां खटखटाएंगी आपका द्वार

अनंत चतुर्दशी के दिन इस शुभ योग में करें बप्पा का विसर्जन, मनचाहा वरदान देंगे विघ्नहर्ता

Anant Chaturdashi का व्रत देता है 14 साल तक शुभ फल, जानिए पूजा की विधि और महत्व