कोरोना की मार : रोहित-कोहली की 30% सैलरी कटेगी! धोनी को होगा इतना नुकसान

punjabkesari.in Monday, Jul 06, 2020 - 02:56 PM (IST)

जालन्धर : कोरोना वायरस के कारण विश्व बाजार में आई मंदी से भारतीय क्रिकेटर भी अछूते नहीं रहे। भारतीय क्रिकेटर के बड़े चेहरों को बड़ी कंपनियां झटका देने वाली हैं। दरअसल, भारतीय क्रिकेटर कई नामी कंपनियों से ब्रॉन्ड एंडोसमैंट करने के लिए मोटी सैलरी लेते हैं। भारतीय कप्तान इस मामले में सबसे आगे हैं।

4 बड़े ब्रॉन्ड्स चाहते हैं कि खिलाडिय़ों की सैलरी में 50 फीसदी तक कट हो
22 फीसदी ब्रॉन्ड्स अपने ब्रॉन्ड एम्बैसडर्स को देना चाहते हैं कम पैसे 

फोब्र्स मैगजीन के अनुसार पिछले साल करीब 200 करोड़ रुपए की कमाई करने वाले कोहली और भारतीय ओपनर रोहित शर्मा को ब्रॉन्ड एंडोसमैंट से मिलने वाली सैलरी पर 30 फीसदी तक कट लग सकता है। इस लिस्ट में महेंद्र सिंह धोनी और हार्दिक पांड्या का भी नाम है। धोनी विज्ञापन के मामले में कोहली के बाद आते हैं। क्रिकेट विश्व कप के बाद से कोई मैच न खेलने के कारण उनकी सैलरी भी 30 से ज्यादा फभ्सदी कट सकती है।  बॉलीवुड एक्टर्स को इससे भी बढ़ा नुकसान होने की संभावना है।

विराट कोहली 

900 करोड़ रुपए बताई जाती हैं विराट कोहली की नैटवर्थ
7 करोड़ रुपए बी.सी. सी.आई. कॉन्ट्रैक्ट से मिलते हैं
-कोहली की कमाई का बड़ा हिस्सा बिजनैस इनवैस्टमैंट और एंडोसमैंट से ही आता है। कोहली भारत के सर्वाधिक ब्रॉन्ड्स की प्रमोशन करने वाले सैलीब्रिटिज में से एक हैं।
17 करोड़ प्रति सीजन आर.सी.बी. से मिलता है

रोहित शर्मा 

124.5 करोड़ रुपए बताई जाती हैं रोहित शर्मा की नैटवर्थ
2 साल पहले तक रोहित सिर्फ 16 ब्रॉन्डस के लिए काम करते थे लेकिन क्रिकेट विश्व कप 2019 में उनके दमदार प्रदर्शन के बाद इसकी संख्या 36 से ज्यादा हो गई थी।
17 करोड़ प्रति सीजन आर.सी.बी. से मिलता है
7 करोड़ रुपए बी.सी. सी.आई. कॉन्ट्रैक्ट से मिलते हैं

कई ब्रॉन्ड एम्बैसडर्स से धोएंगे हाथ

रिपोर्ट के अनुसार कई ब्रॉन्ड्स ऐसे भी हैं जोकि खिलाडिय़ों से करार तक खत्म करने पर बात करने वाले हैं। दरअसल, कुछ क्रिकेटरों से विभिन्न ब्रॉन्ड्स ने आई.पी.एल. को देखते हुए अपना ब्रॉन्ड एम्बैसडर्स बनाया था। आई.पी.एल.  न होने की सूरत में इसके रद्द होने की संभावना है। माना जा रहा है- आई.पी.एल. अगर हो भी गया तो भी कंपनियों की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह पैसा खर्च कर सकें।

बैन चायना प्रोडक्ट मुहिम का भी असर

खेल जगत से जुड़े स्टार्स को बड़ा झटका लगने का कारण ‘बैन चायना प्रोडक्ट’ मुहिम भी हैं जो इन दिनों सोशल मीडिया पर चल रही है। खिलाडिय़ों को विभिन्न ब्रॉन्ड्स के लिए देशी की बजाय विदेशी खास तौर पर चीनी कंपनियों से ही मोटा पैसा मिलता है। अगर इनपर बैन लग गया तो अनुमान है कि भारतीय खिलाडिय़ों की आदमन करीब 70 फीसदी नीचे आ जाएगी। 
 

Jasmeet