जानें एक आलसी लड़की कैसे बनी लेडी तेंदुलकर, नाम किए कई रिकाॅर्ड्स
punjabkesari.in Sunday, May 24, 2020 - 10:50 AM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : लेडी सचिन तेंदुलकर के नाम से मशहूर भारतीय क्रिकेटर मिताली राज का सपना था कि वह क्लासिकल डांसर बने। लेकिन आपको ये जानकर और भी हैरानी होगी कि कैसे एक आलसी लड़की ने बल्ला थामने के बाद इस प्रसिद्ध खेल में न सिर्फ करियर बनाया बल्कि कई रिकार्डस भी अपने नाम किए।
10 साल में भरतनाट्यम में हो गईं थीं पारंगत
मिताली ने खुद इस बात का खुलासा करते हुए एक इंटरव्यू में कहा था कि उनका सपना क्लासिकल डांसर बनने का था। मिताली के मुताबिक तमिल परिवार में जन्म लेने के कारण उन्होंने छोटी उम्र में ही क्लासिकल डांस सीखना शुरू कर दिया था और 10 साल की होते होते भरतनाट्यम में पारंगत भी हो गई थी लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर नहीं था। नियती मिताली को क्लासिकल डांसर नहीं बल्कि एक ऐसा क्रिकेटर बनाना चाहती थी जिसे भारत ही नहीं बल्कि विश्व में सभी याद रखें। इस काम में मिताली का साथ उनके पिता ने दिया।
ऐसे एक आलसी लड़की बनी महान महिला क्रिकेटर
बचपन से ही आलसी होने के कारण मिताली के पिता दोराई राज उन्हें अनुशासन में रहना सिखाना चाहते थे ताकि वह एक्टिव बने। ऐसे में उन्होंने मिताली को क्रिकेट खेलने को कहा। पिता की बात मानकर मिताली ने 10 साल की उम्र में क्लासिकल डांस छोड़ क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया। स्कूल में लड़कों के साथ क्रिकेट की प्रैक्टिस करते-करते मिताली 17 साल की उम्र में भारतीय टीम में शामिल हुई जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और क्रिकेट में अपने नाम का सिक्का जमाया।
मिताली के रिकाॅर्ड्स
- मिताली ने महिला विश्व कप मैच में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर (91 नॉट आउट 104 रन, जिसमें 9 चौके शामिल थे) बनाए थे जो भारतीय महिला क्रिकेटर द्वारा सबसे ज्यादा रन थे। उन्होंने महिला विश्व कप 2005 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ये कमाल किया था। हालांकि बाद में भारतीय क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर ने इंग्लैंड के खिलाफ आईसीसी महिला विश्व कप 2013 के दूसरे मैच में शतक (109 गेंदों में 107 रन) बनाकर मिताली को पछाड़ दिया था।
- मिताली को "भारतीय महिला क्रिकेट की लेडी तेंदुलकर" इसलिए कहा जाता है क्योंकि क्योंकि वह वर्तमान में टेस्ट, एकदिवसीय और टी20 आई सहित सभी प्रारूपों में भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाली अग्रणी खिलाड़ी हैं।
- 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप के दौरान, मिताली ने अपना लगातार 7वां अर्धशतक लगाते हुए लगातार सबसे अधिक अर्द्धशतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया था।
- मिताली पहली भारतीय और 5 वीं महिला क्रिकेटर है जिन्होंने विश्व कप में 1,000 से अधिक रन बनाए हैं।
- इसी के साथ ही एक टीम के लिए लगातार सबसे अधिक महिला वनडे मैच खेलने का रिकॉर्ड भी मिताली के नाम है।
पुरस्कार और सम्मान
- 2003 अर्जुन पुरस्कार
- 2015 पद्म श्री - भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
- 2017 में रेडिएंट वेलनेस कॉन्क्लेव, चेन्नई में मिला यूथ स्पोर्ट्स आइकन ऑफ एक्सीलेंस अवार्ड
- 2017 में वोग की 10वीं सालगिरह पर मिला वोग स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर
- 2017 बीबीसी 100 महिला सूची 2017