बर्थडे स्पैशल : 7 साल पहले मरने से बचा था यह क्रिकेटर, आज मना रहा है 33वां जन्मदिन

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2019 - 02:42 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा 33 साल के हो गए हैं। बहुत कम लोगों को पता है कि 2012 में ओझा पर एक समय ऐसा भी आया था जब उनकी जान पर बन आई थी। दरअसल ओझा श्रीलंकाई टूर के दौरान नैट पर प्रैक्टिस कर रहे थे। तभी बल्लेबाज का एक शॉट उनकी गर्दन पर जा लगा। बॉल लगते ही ओझा जमीन पर गिर गए। टीम मेंबर्स उन्हें कोलंबो के अस्पताल में ले गए। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी मिल गई लेकिन डॉक्टरों ने बाद में प्रेस वार्ता के दौरान जो कहा उससे सब हैरान हो गए।

प्रेस वार्ता के दौरान ओझा का इलाज करने वाले डॉक्टर्स ने कहा था कि ओझा की गर्दन पर जिस जगह गेंद लगी थी अगर गेंद थोड़ी ऊपर होती तो यह गले के पास से गुजरती उस नाड़ी से टकराती जोकि दिल से दिमाग को निर्देश पहुंचाती है। इस नाड़ी पर प्रैशर तो पड़ा थालेकिन ज्यादा नहीं। अगर यह नाड़ी डैमेज हो जाती तो ओझा की मौके पर ही मौत संभव थी। 

ओडिशा में जन्मे बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने भारत के लिए 24 टेस्ट, 18 वनडे और 6 टी20 मैच खेले हैं। उन्होंने 2009 में अपने टेस्ट डेब्यू के दौरान ही रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने फील्डिंग करते हुए मैच की पहली ही गेंद पर तिलकरत्ने दिलशान का कैच लपका था। ऐसा कर वह यह कारनामा करने वाले दुनिया के एकलौते क्रिकेटर बन गए हैं।

आईपीएल में जीत चुके हैं पर्पल कैप

प्रज्ञान ओझा का करियर उभारने में सबसे बड़ा काम किया आईपीएल ने। वह तीन बार टाइटल जीतने वाली टीम के साथ खेल चुके हैं। साल 2009 में डेक्कन चार्जर्स और 2 बार मुंबई इंडियंस (2013 और 2015) के साथ। साल 2010 तो उनके लिए और भी बढिय़ा था। आईपीएल के इस तीसरे सीजन में उन्होंने 21 विकेट लेकर पर्पल कैप जीती थी। टूर्नामेंट में वह यह कारनामा करने वाले इकलौते स्पिनर हैं। हालांकि 2016 में अनसोल्ड रहने के बाद वह अब तक आईपीएल नहीं खेल पाए हैं।

Jasmeet