दीपक चाहर ने क्यों कहा - सोच समझकर करना होगा अपने मैचों का चयन

punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2020 - 04:05 PM (IST)

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यम तेज गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) ने कहा है कि वह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में व्यस्तता के बाद अब समझने लगे हैं कि उन्हें सोच समझकर ही मैचों का चयन करना होगा। चाहर ने वर्ष 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ सितंबर में वनडे और जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था।

दीपक चाहर का प्रदर्शन 

deepak chahar photo

चाहर ने वर्ष 2019 में भी सीमित ओवर प्रारूप में भारत की ओर से काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया और बंगलादेश के खिलाफ विश्व रिकाडर् बनाते हुये सात रन देकर छह विकेट निकाले। वहीं आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए भी उन्होंने प्रभावित किया। इसके बाद घरेलू ट्वंटी 20 टूर्नामेंट में चाहर ने राजस्थान के लिये भी जबरदस्त प्रदर्शन किया। लेकिन लगातार क्रिकेट के कारण उनकी पीठ के निचले हिस्से में खिंचाव आ गया और वह वेस्टइंडीज़ के खिलाफ तीसरे वनडे से बाहर हो गये। इसके बाद से चाहर ने माना है कि उन्हें अपने घरेलू क्रिकेट में खेलने को लेकर सही चयन करने की जरूरत है।

दीपक चाहर की गेंदबाजी में रफ्तार 

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चाहर ने एक अंग्रेजी दैनिक से कहा, ‘मेरी पीठ में खिंचाव बहुत अधिक क्रिकेट मैच खेलने की वजह से हुआ है। रणजी ट्रॉफी शुरू होने से पहले मैं सभी मैच खेल रहा था। बल्कि पिछले दो वर्षों से ही ऐसा हो रहा है। ऐसे में मुझे अब सही तरीके से चयन करके खेलना होगा, नहीं तो मैं अधिक नहीं खेल सकूंगा।' वहीं मध्यम तेज़ गेंदबाज़ ने कहा कि वह पहले अपनी गेंदबाज़ी में 120 के बजाय 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार लाना चाहते थे लेकिन लगातार क्रिकेट खेलने से अब उनकी रफ्तार में कमी आयी है। उन्होंने कहा,‘‘ चोट के कारण मेरे वर्ष की शुरूआत अच्छी नहीं रही। लेकिन मेरा लक्ष्य बेहतर खेलते रहना है। मैं इसके लिये आवश्यक ट्रेनिंग और अभ्यास भी जारी रखूंगा ताकि मेरा पेस बेहतर हो सके। मैं जब से लगातार खेल रहा हूं मेरे रफ्तार में करीब दो से तीन किलोमीटर प्रति घंटे की कमी आयी है।' 

दीपक चाहर आईपीएल 

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मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने भी संकेत दिए हैं कि चाहर मार्च-अप्रैल तक बाहर रह सकते हैं, लेकिन खुद चाहर ने माना कि वह अपने लिए कोई समयसीमा तय नहीं कर रहे हैं और आईपीएल में भी खेलेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैच फिटनेस बहुत ज़रूरी होती है। यदि आप पूरी तरह आराम करें और उसका सही उपयोग करें तो अपनी लय हासिल करने के लिये आईपीएल बहुत अच्छा मंच हो सकता है। दो महीने में आपको 14 ही मैच खेलने हैं जो बहुत अधिक नहीं हैं।'

दीपक चाहर किस बात से परेशान 

चाहर ने कहा, ‘सबसे अधिक परेशानी मुझे बंगलादेश सीरीज के बाद हुई जहां हमें सात दिन में तीन मैच खेलने पड़े। इसके बाद मैंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलना शुरू किया जिसमें मैचों के बीच में काफी कम अंतर था। ऐसे में मुझे 12 ही दिनों में करीब आठ से नौ मैच खेलने पड़े जो बहुत मुश्किल है। ऐसे मामलों में अब मुझे यह चयन करना होगा कि कौन से मैच खेलने हैं और कौन से नहीं।' भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ‘रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे में भी आपको लगातार मैच खेलने होते हैं। मैंने इस सत्र में विजय हजारे में पांच दिन में चार मैच खेले हैं, इससे मेरी चोट और बढ़ गई है।' 


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Sanjeev

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