हार को भुला नहीं पा रहे स्टोयनिस, कहा- धोनी और कोहली से काफी कुछ सीखने की जरुरत

punjabkesari.in Thursday, Mar 07, 2019 - 09:36 PM (IST)

रांची : ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मार्कस स्टोयनिस भारत के हाथों दूसरे वनडे में मिली हार अभी तक नहीं भुला पाए हैं और उनका मानना है कि उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर महेंद्र सिंह धोनी तथा भारतीय कप्तान विराट कोहली से काफी कुछ सीखने की जरुरत है। स्टोयनिस ने भारत के खिलाफ शुक्रवार को होने वाले तीसरे वनडे की पूर्वसंध्या पर कहा, ‘विराट और धोनी दोनों अलग तरह का खेल खेलते हैं, लेकिन दोनों अपनी टीम के लिए बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हैं। दोनों दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों में से हैं और मुझे लगता है कि मुझे उनसे काफी कुछ सीखने की जरुरत है।’

भारत के खिलाफ नागपुर मेें खेले गए दूसरे वनडे मैच में स्टोयनिस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था और ऑस्ट्रेलिया को जीत के मुहाने पर ला दिया था। हालांकि उनकी अर्धशतकीय पारी भी उनकी टीम को जीत नहीं दिला सकी और ऑस्ट्रेलिया को आठ रन से हार का सामना करना पड़ा। स्टोयनिस का वनडे में यह छठा अर्धशतक था। स्टोयनिस पारी के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर नौंवें बल्लेबाज के रूप में आउट हुए।

स्टोयनिस ने कहा, ‘मैच खत्म होने के बाद मैं उस हार को भूल नहीं पा रहा हूं, हमने अच्छा प्रदर्शन किया, हमने कड़ी टक्कर दी, हम जीत के काफी करीब थे लेकिन अंत में नतीजा हमारे पक्ष में नहीं गया।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे कुछ विकेट काफी जल्दी गिर गए और भारत ने गेंदबाजी में परिवर्तन किया। 

हमने नहीं सोचा था कि चीजें एकदम से बदल जाएंगी। मैंने सोचा था यदि हम बुमराह के पारी के 46वें ओवर में दो विकेट नहीं गंवाते तो भारत उन्हें आखिरी ओवर के लिए बचा कर रखता। लेकिन बुमराह दो विकेट निकालने के बाद 48वें ओवर में फिर गेंदबाजी करने आ गए और मैं नहीं चाहता था कि हम एक और विकेट गंवाए और मैच समाप्त हो जाए। मैंने इस ओवर को सावधानी से खेला।’ बुमराह के इस ओवर में एक रन गया और ऑस्ट्रेलिया के लिए अंत में लक्ष्य बड़ा हो गया। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ने कहा, ‘‘मैंने सोचा अगर हमने एक और विकेट गंवाया तो हम मैच हार जाएंगे। इसलिए मैंने सोचा कि मुझे सधी हुई बल्लेबाजी करनी चाहिए और आखिरी ओवर का इंतजार करना चाहिए। लेकिन अंत में नतीजा हमारे पक्ष में नहीं गया।’

Sanjeev