दिनेश कार्तिक ने बताया- मैच खेलने से क्यों घबरा रहे हैं भारतीय खिलाड़ी
punjabkesari.in Friday, Sep 10, 2021 - 10:05 PM (IST)
मैनचेस्टर : दिनेश कार्तिक ने खुलासा किया है कि सहायक फिजियो योगेश परमार के कोविड-19 जांच में पॉजिटिव आने से भारतीय खिलाड़ियों को घबराहट हो रही थी जिसके कारण उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां और अंतिम टेस्ट खेलने में असहजता हुई। शुक्रवार को टॉस के समय से लगभग दो घंटे पहले इस मैच को रद्द कर दिया गय। ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाने वाले टेस्ट को अब बाद में किसी तारीख पर खेला जाएगा। कार्तिक अब आईपीएल बायो-बबल (जैव-सुरक्षित) माहौल का हिस्सा है। उन्होंने यूएई में केकेआर (कोलकाता नाइट राइडर्स) टीम में शामिल होने के लिए यहां से रवाना होने से पहले श्रृंखला के शुरुआती तीन टेस्ट में कमेंट्री की थी।
सीनियर फिजियो नितिन पटेल के अलावा लंदन में चौथे टेस्ट के दौरान मुख्य कोच रवि शास्त्री और दो अन्य सहयोगी सदस्यों को जांच में कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था। उन्होंने कहा कि मैंने कुछ लोगों (भारतीय खिलाडिय़ों) से बात की। श्रृंखला के सभी मैच लगभग आखिरी दिन तक खेले गए, सभी खिलाड़ी थके हुए है और टीम में पास सिर्फ एक फिजियो है। उन्होंने स्काई स्पोट्र्स से कहा कि उनके पास दो फिजियो थे लेकिन उनमें से एक मुख्य कोच एवं दो अन्य कोच के साथ कोविड-19 के कारण पृथकवास में है। उनके पास एक ही फिजियो था जो अब कोरोना वायरस से संक्रमित है। यह बड़ी समस्या है।
उन्होंने कहा कि अगर यह कोई और होता, आपको लॉजिस्टिक्स मदद की जरूरत होती तो कर देता। यह सब इतना डरावना नहीं होता, लेकिन जब फिजियो ही इसकी चपेट में आ गया तो मुझे लगता है कि उन्हें थोड़ी घबराहट होने लगी। इस श्रृंखला का आयोजन सख्त बायो-बबल में नहीं हो रहा था, लेकिन खिलाडिय़ों को यूएई के लिए उड़ान भरने से पहले 5वें टेस्ट के दौरान बायो-बबल में रहने के लिए कहा गया था। खिलाड़ी इंग्लैंड के बायो-बबल से यूएई के बायो बबल में शामिल होंगे।
कार्तिक ने तर्क दिया कि यह जरूरी नहीं कि अगर आज जांच में खिलाड़ी नेगेटिव आते है तो दो दिन बाद भी नेगेटिव ही रहेंगे। अगर एक भी खिलाड़ी जांच में पॉजिटिव आता है तो चीजें काफी बदल जाएंगी। जब कार्तिक से पूछा गया कि क्या भारतीय खिलाड़ी आईपीएल में कोरोना वायरस के संक्रमण को ले जाने से डरे रहे है तो उन्होंने कहा कि बिल्कुल। आपको यह समझना होगा कि ज्यादातर आईपीएल टीमों ने अपने खिलाडिय़ों को पृथकवास पर रखा है। भारतीय टीम इस टेस्ट से पहले किसी गंभीर बायो बबल का हिस्सा नहीं थी। अगर अब कोई संक्रमित होता है तो चीजें काफी बदल जाएंंगी। उन्हें पता है कि एक बबल (इंग्लैंड) से दूसरे बबल (यूएई) में जाना है।