निराश हैं कि पर्थ के विकेट को ICC ने दी औसत रेटिंग: स्टार्क

punjabkesari.in Sunday, Dec 23, 2018 - 03:27 PM (IST)

मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने दूसरे टेस्ट में भारत पर ऑस्ट्रेलिया की 146 रन की जीत के बाद आपटस स्टेडियम की पिच को आईसीसी की ‘औसत’ रेटिंग मिलने पर निराशा जताई है। पर्थ में कुछ बल्लेबाजों को खेलते समय गेंद लगी थी विशेषकर दूसरी पारी में और स्टार्क ने कहा कि यह अच्छा आक्रामक टेस्ट क्रिकेट था और इस तरह की रेटिंग इसे पूरी तरह से बल्लेबाजों का खेल बना देगी। 

इस तरह की रेटिंग इसे बल्लेबाजों का खेल बना देगी 

स्टार्क ने बॉक्सिंग डे टेस्ट से पूर्व कहा, ‘क्रिकेट प्रशंसक के रूप में यह थोड़ा निराशाजनक है कि पर्थ पिच को औसत रेटिंग दी गई। मुझे लगता है कि यह गेंद और बल्ले के बीच शानदार जंग थी जो टेस्ट क्रिकेट में आप देखना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिए पिछले साल एमसीजी में खेलना काफी नीरस था और पिच ने कुछ नहीं किया। आप गेंद और बल्ले के बीच मुकाबला चाहते हैं जो टेस्ट क्रिकेट को जीवित रखेगा और पर्थ की तरह लोगों को मैदान में खींचकर लाएगा। वहां शानदार संघर्ष था और मुझे लगता है कि वह बेहतरीन पिच थी।’ स्टार्क ने कहा, ‘दरारों ने अपनी भूमिका निभाई लेकिन जब चौथे और पांचवें दिन विकेट टूटती है तो ऐसा होता है। अगर आप हमेशा सपाट पिच तैयार करोगे तो क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल बन जाएगा। 
स्टार्क ने अपने आलोचना को दिया करारा जवाब 

एडिलेड टेस्ट के दौरान स्टार्क के सुस्त होने के लिए आलोचना की गई थी लेकिन दोनों दो टेस्ट में 10 विकेट चटकाकर आलोचकों को करारा जवाब दिया। इस तेज गेंदबाज ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण भारत के खिलाफ जल्दी विकेट चटकाने का संयुक्त प्रयास कर रहा है और भारतीय सलामी बल्लेबाजों के खराब फार्म में होने से उन्हें निश्चित तौर पर मदद मिली है। उन्होंने कहा, ‘यह हमारी योजना है, हम जल्दी विकेट हासिल करना चाहते हैं और मध्य क्रम को नई गेंद के साथ गेंदबाजी करना चाहते हैं। अब भी हमारी यही योजना है। 

बाए हाथ का यह तेज गेंदबाज हालांकि भारत के सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय और लोकेश राहुल को अगर दोबारा मौका मिलता है तो उन्हें हल्के में नहीं खेलना चाहता। स्टार्क के तेज गेंदबाजी साझेदार पैट कमिंस ने पर्थ में विराट कोहली को गेंदबाजी करने पर कहा कि जब आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को गेंदबाजी करते हैं तो गलती की अधिक गुंजाइश नहीं होती। उन्होंने कहा, ‘बेशक, जल्दी विकेट हासिल करना शानदार है और अगर आपको तरोताजा रहते हुए विकेट मिल जाते हैं तो नई गेंद से मध्यक्रम के खिलाफ मदद मिलती है।’ 

neel