इंगलैंड टीम की इस क्वालिटी पर फिदा हुई यह पूर्व महिला क्रिकेटर, किया जिक्र

punjabkesari.in Tuesday, Jun 23, 2020 - 02:12 PM (IST)

नई दिल्ली : इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर और अब ब्रॉडकास्टर बन चुकी ईशा गुहा इंगलैंड क्रिकेट टीम द्वारा अपनाई गई विविधता पर फिदा हो चुकी हैं। दरअसल, खेल में नस्लवाद विषय पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए ईशा ने इंगलैंड टीम का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा- हमारे पास क्रिकेट के साथ ही यह एक अवसर है क्योंकि यह खेल विभिन्न नस्लों, पृष्ठभूमि और धर्मों को पार करता है और सभी विभिन्न लोगों को एक साथ लाता है।

गुहा ने कहा-यह खेल ही है जो वास्तविकता में सबको एकजुट करता है। इस वक्त इंग्लैंड की पुरुष टीम को देखिए जो इतनी विविध है। सबसे महत्वपूर्ण बात है प्रतिनिधित्व की। इंगलैंड टीम का प्रतिनिधित्व वह शख्स कर रहा है जोकि दूसरे देश (आयरलैंड) से है। हर कोई ऐसी टीम में अच्छा महसूस करेगा जहां विविधता हो।

युवा क्रिकेटरों को नस्लवाद के खिलाफ शिक्षित करें : सैमी

वहीं, कार्यक्रम के दौरान डैरेन सैमी ने भी नस्लवाद पर अपनी राय रखी। सैमी ने कहा- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) जिस तरह भ्रष्टाचार विरोधी और डोपिंग के बारे में जागरूकता फैलाता है वैसे ही उसे युवा क्रिकेटरों को नस्लवाद के खिलाफ शिक्षित करना चाहिए। दो बार के टी-20 विश्वकप चैंपियन टीम के कप्तान सैमी ने कहा- इस विषय के संबंध में व्यवस्थित स्तर पर शिक्षा की जरूरत है। जिस तरह डोपिंग और भ्रष्टाचार के खिलाफ शिक्षा दी जाती है उसी तरह युवाओं को नस्लवाद के खिलाफ शिक्षित करने पर जोर दिया जाना चाहिए। 

दुनिया भर में चाहिए समानता 

वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज इयान बिशप ने कहा कि वे दुनिया भर में समानता चाहते हैं। बिशप ने कहा- यहां कोई ऐसा नहीं है, जो मुफ्त में गिफ्ट मांग कर रहा है। हम सब बहुत लगन और मेहनत से काम करते हैं और दुनिया भर में समानता और हर किसी के लिए समान अवसर की वकालत करते हैं।

Jasmeet