जोकोविच चोट के कारण तनाव में थे, इस चीज ने उन्हें बचाया

punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2018 - 03:01 PM (IST)

जालन्धर : कोहनी की चोट के कारण लंबे समय से टेनिस से दूर रहे सर्बिया के चैंपियन टेनिस प्लेयर नोवाक जेकोविक ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया ओपन में वापसी का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए उन्होंने मेडिटेशन का सहारा लिया। जेकोविच ने कहा कि जब आप चोट के कारण खेल से दूर होते हो तो निश्चित तौर पर तनाव में आ जाते हो। मेरी कोहनी की चोट जब इस कद्र बढ़ गई कि मुझे टेनिस से ब्रेक लेना पड़ा तो मुझे समझ आया कि मुझे इससे जल्द बाहर निकलना ही होगा। जेकोविच ने कहा कि जब आप चोट के कारण घर बैठे रहते हो तो कई तरह की चिंताएं आपके दिमाग में घूमती हैं। यह तब और भी उग्र हो जाती है जब आप प्रतिस्पर्धा टेनिस से कुछ समय के लिए दूर हो जाते हो। इस कारण मेरे मन में हमेशा हार का डर आने लगा था। इससे छुटकारा पाने के लिए मैंने मेडिटेशन का सहारा लिया। इसका मुझे बेहतद फायदा हुआ। मुझे चोट से उभरने में काफी आसानी हुई। अब मैं मेडिटेशन से भय, चिंता और तनाव को खत्म कर देता हूं।

जोकोविच ही नहीं यह दिग्गज भी मानते हैं मेडिटेशन का लोहा
माइकल जॉर्डन

बॉस्केटबॉल के  दिग्गज प्लेयर रहे अमरीका के माइकल जॉर्डन भी मेडिटेशन का लोहा मानते हैं। उन्होंने कहा- खेल के लिए आपको एकाग्रता चाहिए होती है इसके लिए आपके मन को मजबूत होना जरूरी होता है। मेडिटेशन एक रास्ता है जिससे आप सदा के लिए फिट रह सकते हो।

अनास्तिया रोडिनोवा

ऑस्ट्रेलिया की 35 साल की टेनिस स्टार अनास्तिया रोडिनोवा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब आपकी उम्र बढ़ जाती है तो कई चीजें आपके साथ नहीं रहती। सबसे बढ़ी समस्या खुद को फिट रखने में आती है। रोडिनोवा ने बताया कि फिट रहने के लिए उन्होंने योग और मेडिटेशन को खास तरजीह दी। इससे उन्हें बहुत फायदा भी हुआ।

शेन वॉटसन

36 साल की उम्र में भी दुनिया भर में होती क्रिकेट की तमाम लीग में शामिल होने वाले ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व स्टार ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने भी कहा था कि फिट रहने के लिए मेडिटेशन बहुत जरूरी होती है। वह खेल के कारण दुनिया के चाहे किसी भी कोने में हो, मेडिटेशन करना नहीं भूलते।

राहुल द्रविड़ 

न्यूजीलैंड में अंडर-19 वल्र्ड क्रिकेट कप खेल रही भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ भी शारीरिक ओर मानसिक मजबूती के लिए मेडिटेशन का सहारा लेते हैं। द्रविड़ ने एक इंटरव्यू में कहा था कि स्वस्थ मन आपको आगे बढऩे की हमेशा प्रेरणा देता है। इसे पाने के लिए मेडिटेशन से बेहतद और कोई रास्ता नहीं हो सकता।