दिल्ली के लिए हर मैच में करो या मरो की चुनौती, कोच बोले- हम इस रणनीति के साथ खेलेंगे
punjabkesari.in Friday, May 05, 2023 - 08:50 PM (IST)

नई दिल्ली: अपने शुरुआती नौ में से छह मुकाबले हारने वाली दिल्ली कैपिटल्स के लिए भले ही आने वाले हर मैच में करो या मरो की चुनौती है, लेकिन उनके कोच जेम्स होप्स चाहते हैं कि टीम अपनी योजनाओं पर अटल रहे। कैपिटल्स को अपने अगले मैच में शनिवार को यहां अरुण जेटली स्टेडियम पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) का सामना करना है। डेविड वॉर्नर की टीम ने अपने पिछले मैच में 130 रन की रक्षा करते हुए गुजरात टाइटन्स के विरुद्ध शानदार जीत दर्ज की थी, हालांकि दिल्ली के छोटे स्टेडियम पर विराट कोहली, फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल जैसे खिलाड़ियों के सामने गेंदबाजी करना उनके लिये बड़ी चुनौती होगी।
होप्स ने मैच की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इस मैच में उसी रणनीति के साथ जायेंगे। हम एक ही तरीके से अपनी योजनाएं बनाते हैं। हमारे गेंदबाज नेट्स में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। दुर्भाग्य से हमें कई बार छोटे स्कोर की रक्षा करनी पड़ी है, लेकिन हमने रक्षा की भी है। खिलाड़ियों ने अब तक अच्छा संघर्ष किया है। '' अन्य मैदानों पर निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले दिल्ली के बल्लेबाज हालांकि इस मैदान पर आक्रामक नज़र आये हैं।
कैपिटल्स ने अरुण जेटली स्टेडियम पर अपने पिछले दो मैचों में क्रमश: 57 और 61 रन बनाये हैं। होप्स जानते हैं कि आरसीबी का ऊपरी क्रम भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर सकता है, हालांकि उनका मानना है शीर्ष बल्लेबाजों को पवेलियन लौटाने के बाद उनके पास विपक्षी टीम पर हावी होने का मौका होगा। होप्स ने कहा, ‘‘मेरा खयाल है कि हमें बल्ले और गेंद दोनों से मध्य ओवरों (7-15) में अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। हम अंतिम ओवरों में अच्छी गेंदबाजी करते हैं, और शुरुआत भी अच्छी करते हैं। हमें बस मध्य ओवरों में काबू रखना है। ''
उन्होंने कहा, ‘‘ केकेआर (कोलकाता नाइट राइडर्स) के विरुद्ध मैच में ज्यादा रन नहीं बने थे, लेकिन बाकी मैचों में 170-200 तक रन बने ही हैं। हम जानते हैं कि आरसीबी के ऊपरी क्रम में अच्छे बल्लेबाज हैं, लेकिन अगर हम उन्हें पवेलियन लौटा देते हैं तो आरसीबी को छोटे स्कोर पर रोका जा सकता है। कल हम गेंदबाजी करते हुए पावरप्ले का भरपूर इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे। '' दिल्ली की गेंदबाजी के लिये इस साल इशांत शर्मा महत्वपूर्ण साबित हुए हैं।
भारत के इस 34 वर्षीय गेंदबाज ने इस साल चार मैचों में 6.50 की इकॉनमी से रन देते हुए छह विकेट चटकाये हैं और होप्स का मानना है कि टीम में एक वरिष्ठ गेंदबाज की उपस्थिति ने उन्हें फायदा पहुंचाया है। होप्स ने कहा, ‘‘वह (इशांत) अपने करियर में काफी क्रिकेट खेल चुके हैं। अभ्यास सत्रों में उनका ध्यान पूरी तरह केंद्रित रहता है। वह इस साल हमारे लिये बहुत अच्छे रहे हैं। फील्ड पर गेंदबाजी आक्रमण के साथ एक सीनियर खिलाड़ी का होना बेहद अच्छा है। ''