आइसलैंड के लिये करो या मरो का मैच

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 06:10 PM (IST)

गेलेनजिकः 21वें फीफा विश्वकप के नॉकआउट में जगह बनाने के लिये अब आइसलैंड के सामने जीत के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है और मंगलवार को ग्रुप डी में उसे हर हाल में क्रोएशिया की चुनौती को भेदना होगा।  आइसलैंड को यदि अपनी यूरो 2016 की सफलता को दोहराना है तो उसे क्रोएशिया के खिलाफ केवल जीत दर्ज करनी होगी।



फुटबॉल विश्वकप में पदार्पण कर रही यूरोपीय टीम ने खिताब की दावेदार अर्जेंटीना से ओपनिंग मैच में ड्रॉ खेलकर सभी को प्रभावित किया था लेकिन नाइजीरिया ने उसे अगले मैच में 0-3 से पराजित कर दिया। नॉकआउट के लिये पहले ही क्वालीफाई कर चुकी 1998 फ्रांस विश्वकप की तीसरे पायदान की क्रोएशियाई टीम अर्जेंटीना पर 3-0 की जीत के बाद खतरनाक मानी जा रही है और रोस्तोव एरेना में यदि वह आइसलैंड से जीतती है या ड्रॉ भी खेलती है तो वह ग्रुप में शीर्ष पर बरकरार रहेगी।



वहीं पदार्पण टीम के लिये उम्मीदें बरकरार रखने के लिये क्रोएशिया को हर हाल में हराना अनिवार्य हो गया है। वहीं उसे यह भी उम्मीद करनी होगी कि नाइजीरियाई टीम भी अर्जेंटीना से हार जाए। इसके बाद गोल अंतर से उसके या अर्जेंटीना के बीच दूसरे पायदान की टीम का निर्णय होगा। हालांकि नाइजीरिया के जीतने की स्थिति में आइसलैंड और अर्जेंटीना दोनों को ही घर जाना होगा।



आइसलैंड और क्रोएशिया दोनों ही पिछले कुछ वर्षों में एक दूसरे से काफी खेल चुकी हैं और खेल को समझती हैं। आइसलैंड के कोच हाइमिर हॉलग्रिमसन ने मैच से पूर्व कहा, हमने चार वर्षों में चार बार क्रोएशिया से खेला है और हम शादीशुदा जोड़े की तरह हैं जो तलाक लेना चाहता है लेकिन फिर मिल जाते हैं।



आइसलैंड ने अपने आखिरी छह मैचों में चार हारे हैं और दो ड्रा खेले हैं जबकि उसे अगले मैच में बड़े अंतर से जीत की जरूरत है। वहीं टीम के जिल्फी सिगुरडसन घुटने की चोट से पीड़ति हैं। जिल्फी नाइजीरिया के खिलाफ पेनल्टी से चूक गये थे। वहीं क्रोएशिया ने नाइजीरिया को 2-0 से और अर्जेंटीना को 3-0 से हराया है और फिलहाल टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम है। लूका मोडरिच अब तक दो गोल कर चुके हैं और अगले मैच में भी अहम होंगे।

Yaspal