सूर्यकुमार और संजू के बीच तुलना मत करो, कोच और टीम प्रबंधन ने कुछ सोच कर फैसला लिया होगा : कपिल देव
punjabkesari.in Friday, Mar 24, 2023 - 04:25 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क: टी20 में नंबर एक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में शर्मनाक प्रदर्शन रहा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत को 2-1 से मात मिली और भारतीय बल्लेबाज सूर्कुमार यादव तीनों ही मैचों में शून्य पर आउट हुए थे। सूर्यकुमार के इस बेहद खराब प्रदर्शन पर कई विशेषज्ञों के साथ भारतीय फैंस का गुस्सा भी उनपर जमकर फूटा और फैंस ने एक बार फिर युवा बल्लेबाज संजू सैमसन को टीम में शामिल करने की मांग उठाई। संजू को वनडे सीरीज के लिए भारतीय स्क्वॉड में शामिल नहीं किया गया था, फैंस ने भारतीय टीम प्रबंधन के साथ-साथ कोच राहुल द्राविड़ के फैसलों को गलत ठहराया था। हालांकि, अब फैंस के गुस्से के आगे भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव, कोच राहुल द्रविड़ और टीम प्रबंधन के साथ खड़े हुए नजर आ रहे हैं।
कपिल ने सूर्यकुमार का समर्थन किया है और कहा है कि उन्हें अपने करियर को पटरी पर लाने के लिए किसी के सपोर्ट की जरूरत है। कपिल ने कहा, "एक क्रिकेटर जिसने इतना अच्छा खेला है उसे हमेशा अधिक मौके मिलेंगे। संजू सैमसन के साथ सूर्य की तुलना मत करो, यह सही नहीं लगता। अगर संजू एक बुरे दौर से गुजरता है तो आप किसी और के बारे में बात करेंगे। ऐसा नहीं होना चाहिए। अगर टीम प्रबंधन ने सूर्यकुमार यादव को वापस लेने का फैसला किया है तो उन्हें और मौके दिए जाने चाहिए। हां, लोग बात करेंगे, अपनी राय देंगे लेकिन आखिरकार यह प्रबंधन का फैसला है।"
सूर्यकुमार यादव पहले दो वनडे में नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने आए, जबिक टीम प्रबंधन ने उन्हें आखिरी वनडे में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा। भारतीय टीम का यह कदम सफल नहीं रहा और सूर्यकुमार आखिरी वनडे में भी शून्य पर आउट हुए। कपिल ने कहा कि बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करना कोई नई बात नहीं है और कहा कि राहुल द्रविड़ और टीम प्रबंधन ने कुछ सोचकर ही सूर्यकुमार को 7वें नंबर पर उतारने का फैसला लिया होगा।
कपिल ने कहा, "मैच खत्म होने के बाद बात करना बहुत आसान है। हो सकता है कि सूर्यकुमार को नंबर 7 पर भेजने के पीछे उन्हें फिनिशर के रूप में मौका देना था। बल्लेबाजी क्रम में फेरबदल वनडे मैचों में कोई नई बात नहीं है। ऐसा कई बार हुआ है। हां, कई बार ऐसा हो सकता है कि एक बल्लेबाज का आत्मविश्वास डगमगा जाता है तो उसे निचले क्रम में बल्लेबाजी करने के लिए भेजा जाता है, लेकिन यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वह अपने कप्तान को बताए कि 'मैं शीर्ष क्रम में खुद को संभाल सकता हूं।' कोच और कप्तान ने कुछ खास सोच समझकर फैसला लिया होगा।"
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