शमी को टीम से बाहर रखने का कोई कारण नहीं, वो अब भी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक : सौरव गांगुली
punjabkesari.in Tuesday, Nov 11, 2025 - 12:24 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को लेकर बड़ा बयान दिया है। गांगुली का मानना है कि शमी अब भी भारत के सबसे फिट और प्रभावी गेंदबाज़ों में से एक हैं, और उन्हें टीम से बाहर रखने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि शमी लगातार रणजी ट्रॉफी में शानदार गेंदबाज़ी कर रहे हैं और भारत की तीनों फॉर्मेट की टीम में वापसी के हकदार हैं।
“शमी वही हैं, जैसे पहले थे” : गांगुली
कोलकाता में आयोजित एक इवेंट के दौरान सौरव गांगुली ने कहा, “मोहम्मद शमी बहुत अच्छे फॉर्म में हैं। अगर आपने रणजी ट्रॉफी देखी हो तो वे अकेले दम पर बंगाल के मैच जिता रहे हैं। फिटनेस और स्किल के मामले में वे बिल्कुल वही शमी हैं, जिन्हें हम हमेशा जानते हैं। मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि वे भारत के लिए टेस्ट, वनडे या टी20 क्यों नहीं खेल सकते।” गांगुली ने यह भी कहा कि उन्हें यकीन है चयनकर्ता शमी के प्रदर्शन पर नजर रख रहे हैं और दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है।
फिटनेस को लेकर उठे सवाल और सेलेक्टर्स का बयान
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ व्हाइट-बॉल सीरीज़ से शमी को बाहर रखा गया था। उस वक्त मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने बताया था कि शमी को फिटनेस कारणों से चयन नहीं किया गया। हालांकि, गांगुली इस दावे से सहमत नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि अगर कोई गेंदबाज़ 90 ओवर से ज़्यादा गेंद फेंक सकता है और लगातार लंबे स्पेल डाल रहा है, तो उसकी फिटनेस पर सवाल नहीं उठाया जा सकता।
रणजी ट्रॉफी में शमी का दमदार प्रदर्शन
बंगाल की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए मोहम्मद शमी ने इस सीज़न में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने तीन मैचों में 93 ओवर फेंककर 15 विकेट हासिल किए हैं, औसत मात्र 15.13 का रहा है। उनके करियर का क्लासिक प्रदर्शन तब देखने को मिला जब उन्होंने एक मैच में 5/38 का आंकड़ा दर्ज किया। उनके अनुभव और नियंत्रण ने बंगाल को कई अहम जीत दिलाई हैं।
टीम इंडिया से बाहर और संचार की कमी?
शमी आखिरी बार भारत के लिए 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में खेले थे। इसके बाद से उन्हें न तो वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज़ में मौका मिला और न ही ऑस्ट्रेलिया की हालिया व्हाइट-बॉल सीरीज़ में। इस बीच, शमी ने मीडिया से कहा था कि वह पूरी तरह फिट हैं और टीम के लिए खेलने को तैयार हैं, इस बयान ने टीम मैनेजमेंट और उनके बीच संचार की कमी की ओर इशारा किया।
सेलेक्टर्स की नई रणनीति और युवाओं पर फोकस
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चयनकर्ता अब नई पीढ़ी के तेज़ गेंदबाज़ों पर ध्यान दे रहे हैं। उमरान मलिक, आकाशदीप और मुकेश कुमार जैसे युवा गेंदबाज़ों को अवसर दिए जा रहे हैं। लेकिन गांगुली का मानना है कि अनुभव और क्लास की कोई जगह नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि शमी की गेंदबाज़ी में अब भी वही धार है जो उन्हें वर्ल्ड-क्लास बॉलर बनाती है।
भारतीय तेज गेंदबाजी यूनिट के लिए अब भी अहम
गांगुली ने अंत में कहा कि शमी का अनुभव भारत के लिए अमूल्य है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में कई जीतों में निर्णायक भूमिका निभाई है, और अगर वे फिट हैं तो उन्हें टीम से बाहर रखना अनुचित है।

