मोबोट सिग्रेचर वाले मो. फराह बने स्पोर्ट्स पर्सनेलिटी ऑफ द ईयर

punjabkesari.in Monday, Dec 18, 2017 - 03:35 PM (IST)

नई दिल्ली : एक समय यह किवदंती ही बन गई थी कि 10 हजार मीटर रेस है तो पहले तीन पोजिशनों पर इथोपिया के रेसर ही आगे होंगे। 1980 के मॉस्को ओलंपिक में शुरू हुआ इंथोपिया के रेसरों का सिक्का 2012 तक तब तक चला जब तक इंग्लैंड के मो. फराह आगे नहीं आए। इंग्लैंड के लिए 2012 और 2016 के ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले मो. फराह को बीबीसी स्पोर्ट्स पर्सनेलिटी ऑफ द ईयर का अवॉर्ड मिला है। जमैका के महान फर्राटा रेसर उसैन बोल्ट की तरह मो. फराह का भी अपना स्टाइल साइन (MOBOT) है। फराह उन चुनिंदा खिलाडिय़ों में शुमार है जिन्होंने खेल जगत में स्टाइल साइन की शुरुआत की। आज क्रिस गेल (गगनम स्टाइल) के लिए मशहूर है तो भारत के शिखर धवन (डैडी डी) स्टाइल के लिए। मो. फराह को मोबोट साइन एक टीवी शो द लीग ऑफ देअर ओन के दौरान मिला था जब टीवी शो के होस्ट जेम्स कोर्डन ने उनसे पूछा था कि दुनिया में हरेक इंसान के सेलिब्रेशन का एक साइन होता है, आपका क्या है? इस पर फराह ने यह साइन बना दिया। उस टीवी शो में फराह का हिट हुआ यह साइन आगे भी जारी रहा।

रेस से पहले दुआ करने नहीं भूलते
मो. फराह अपने धर्म के काफी नजदीक है। उन्होंने कहा था कि रेस शुरू करने से पहले वह दुआ करना कभी भी नहीं भूलते। वह कुरान में अथाह विश्वास रखते हैं। फराह कहते हैं-  कुरान में लिखा है- आप जो भी करना चाहते हैं उसके लिए खूब मेहनत करो। इसलिए मैंने अपनी ट्रेनिंग के दौरान काफी मेहनत की। इसका परिणाम भी मुझे मिला। फराह कहते हैं- कि दस हजार मीटर रेस भागने के लिए एक एथलीट को हफ्ते में 100 मील यानी 160 किलोमीटर भागना बहुत जरूरी है अगर आप इससे कम का लक्ष्य लेकर चलते हैं तो आपको कभी भी मंजिल आसानी से नहीं मिलेगी। वैसे दस हजर मीटर रेस का विश्व रिकॉर्ड अभी भी इथोपिया के महान रेसर केनिनेस बेकेले के नाम पर है। उन्होंने 2005 में ब्रुक्जेलिस में 26:17:53 का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था।


फराह इसलिए खास है क्योंकि वह ब्रिटेन के लिए ऐसे पहले एथलीट है जिन्होंने दस हजर मीटर में दो बार ब्रिटेन को गोल्ड दिलवाया है। उनके सम्मान में क्वीन एलिजाबेथ भी Mobot साइन बना चुकी है। यह तब बहुत चर्चित हुआ था।

जुड़वां भाई, जुड़वां बेटियों वाले हैं मो. फरहा
मो. फराह का एक जुड़वां भाई हसन भी है जिसके साथ वह शुरुआती 8 साल रहे। इसके बाद फराह अपनी मां और दो छोटे भाइयों के साथ लंडन आ गए। जहां उन्होंने अपने बीमार पिता मुख्तार फराह की सेवा की। 2010 में फराहा ने अपनी गर्लफ्रेंड तानिया नेले के साथ शादी की। तानिया से उनकी दो जुड़वां बेटियां आयशा और अमानी है। उनका एक बेटा हुसैन भी है।

सम्मान 
1. वर्जिन मीडिया ने फराह के सम्मान में एक मुहिम भी चलाई थी कि जिसके तहत जो लोग मोबोट साइन बनाकर यू-ट्यूब पर वीडियो अपलोड करेगा उसके नाम पर 2 पाउंड डोनेट किए जाएंगे।
2. 2012 में ब्रिटेन के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले मो फराह को लंदन के रोड पर उनके नाम के पोस्ट बॉक्स बनाकर श्रद्धांजलि दी गई। 
3. आरआईएसएससी ने फराह को 2013 में दुनिया के 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमान में शामिल किया था।
4. 2012 में आईटीवी के गेम शो द क्यूब में फुल जैकपॉट (करीब ढाई लाख पाउंड) जीतने वाले फराह पहले व्यक्ति थे।