फारूख इंजीनियर का बड़ा बयान, इंग्लैंड हमें पहले ''ब्लडी इंडियंस'' कहते थे, अब हमारे जूते चाट रहें हैं

punjabkesari.in Wednesday, Jun 09, 2021 - 04:28 PM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : रॉबिन्सन के नस्लीय टिप्पणी के कारण उन्हें इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने जांच पूरी होने तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित कर दिया है। जिससे पूरे क्रिकेट में यह मुद्दा गरमा गया है। अब इस मुद्दे पर भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज फारूख इंजीनियर ने अपना बयान दिया है। फारूख इंजीनियर ने इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के उस बयान की निंदा भी की जिसमें उन्होंने ईसीबी के फैसले पर आपत्ति जताई है। 

फारूख इंजीनियर ने कहा कि मैं समाचार पत्रों में पढ़ रहा हूं कि इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ने ओली रॉबिन्सन के मामले में बयान दिया है। मुझे लगता है कि इस तरह के मामले में किसी भी प्रधानमंत्री का दखल देना बिल्कुल गलत लगता है। ईसीबी ने उसे निलंबित करके बहुत अच्छा किया। उसने गलती की है तो उसको इसकी सजा मिलनी चाहिए और दूसरे खिलाड़ियों के लिए एक सबक होना चाहिए। 

सालों पहले इंग्लैंड में जाकर बस चुके फारूख इंजीनियर ने अपने दौर में हुए नस्लवाद के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि काउंटी क्रिकेट के दौरान उन्हें कैसे इंग्लिश खिलाड़ियों द्वारा नस्लवाद का सामना करना पड़ा था। जब मैं पहली बार काउंटी खेलने गया तो लोग अलग ही नजरों से देखते थे और कहते थे कि यह भारत से आया है। लैंकशायर की तरफ से खेलते हुए मैंने भी की नस्लीय टिप्पणियों को सहा है। वह मुझे इसलिए निशाना बनाते थे क्योंकि मैं भारत से आया था और मेरे बोलने में अलग अंदाज था।

फारूख इंजीनियर ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि मेरी अंग्रेजी कई इंग्लैंड के खिलाड़ियो से बेहतर थी इसलिए उन्हें इसका अंदाजा हो गया था। इसके बाद उन्होंने मेरे साथ कोई भी इस तरह का बर्ताव नहीं किया। क्योंकि मैंने उन्हें इसका जोरदार जवाब दिया। मैंने खुद को इंग्लैंड की परिस्थतियों में अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से साबित किया। मुझे इस बात का गर्व था कि मैंने अपने देश भारत का प्रतिनिधित्व किया। 

उन्होंने कहा कि कैसे भारतीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नस्लवाद का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कैसे एक बार इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जॉयफ्री बॉयकॉट ने कमेंट्री के दौरान 'ब्लडी इंडियंस' कहा था। इंजीनियर का मानना है कि आईपीएल के आने से हालात बदल गए हैं और कोई भी इंग्लिश खिलाड़ी ऐसा करने की हिम्मत नहीं करता।

उन्होंने कहा कि आईपीएल के आने से इंग्लैंड के खिलाड़ी हमारे तलवे चाट रहें हैं। मुझे हैरान होती है कि सिर्फ रूपयों की वजह से वह अब हमारे जूते चाट रहे हैं। लेकिन मेरे जैसे लोगो को पता है कि उनका रंग कैसा है। अब उन्होंने रूपयों की लालच में अपना पूरा हुलिया बदल लिया है। इंग्लैंड के खिलाड़ियो को लगता है कि भारत में रूपए कमाए जा सकते हैं. चाहे वह फिर क्रिकेट खेल रहों या फिर कॉमेंट्री कर रहें हो।

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Raj chaurasiya