लियोनेल मेस्सी के फैंस के लिए खुशखबरी, संन्यास को लेकर दिया बड़ा बयान

punjabkesari.in Monday, Dec 19, 2022 - 10:58 AM (IST)

दोहा : लियोनेल मेस्सी का आखिरकार फीफा विश्व कप ट्राॅफी जीतने का सपना पूरा हुआ। अर्जेंटीना ने रविवार फ्रांस के खिलाफ हुए फाइनल में पेनल्टी पर 4-2 से जीत हासिल की। मैच एक्स्ट्रा समय में 3-3 से बराबरी पर समाप्त हुआ जिसमें मेसी ने दो बार स्कोर किया और पेनल्टी को शूटआउट में बदला। मेसी 35 साल के हो चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा था कि यह उनका आखिरी विश्व कप हो सकता है, लेकिन उन्होंने अपने करियर को लेकर बयान देते हुए फैंस के लिए बड़ा अपडेट दिया है।

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संन्यास को लेकर दी राय
मेस्सी से जब सवाल किया गया कि क्या वे संन्यास लेंगे तो उन्होंने कहा, ''नहीं, मैं अपनी नेशनल टीम से फिलहाल संन्यास नहीं ले रहा हूं। मैं अर्जेंटीना की जर्सी में वर्ल्ड चैंपियन की तरह खेलना जारी रखूंगा। मेरे पास एक कोपा अमेरिका, एक विश्व कप है। लगभग अंत में बहुत कुछ है।'' उन्होंने कहा, ''मुझे फुटबॉल पसंद है। मैं विश्व चैंपियन होने के नाते कुछ और मैचों का आनंद लेना चाहता हूं।" मेसी ने सात मौकों पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का बैलन डी'ओर पुरस्कार जीता है। उन्होंने पूर्व क्लब बार्सिलोना के साथ चार बार चैंपियंस लीग भी जीती है, लेकिन विश्व कप इस खेल का सबसे बड़ा पुरस्कार है।

कोच भी मेस्सी के साथ आगे बढ़ने को तैयार
हालांकि, हाल ही में मेस्सी ने उस समय सबको चाैंका दिया था जब उन्होंने खुद कहा था कि कतर में आयोजित यह टूर्नामेंट उनका आखिरी फीफा वर्ल्ड कप होगा और वह फाइनल मुकाबले को अपने आखिरी मैच के रूप में खेलेंगे।  लेकिन अब शायद इसको लेकर रुख साफ हो गया है। इसके अलावा अर्जेंटीना के कोच लियोनेल स्कालोनी भी मेस्सी के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, "अगर वह खेलना जारी रखना चाहते हैं, तो वह हमारे साथ रह सकते हैं, वह यह तय करने के हकदार हैं कि वह हमारे साथ रहना चाहते हैं या नहीं। उसे प्रशिक्षित करना बहुत खुशी की बात है, वह अपनी टीम को जो कुछ भी बताता है वह अद्भुत रहता है। यह कुछ ऐसा है जो मैंने पहले कभी नहीं देखा।" 

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विश्व कप नहीं जीत पाने से मेस्सी पर उठती थी उंगलियां
अब इस बहस पर भी विराम लग जाएगा कि माराडोना और मेस्सी में से कौन महानतम है । देश के लिए खिताब नहीं जीत पाने के मेस्सी के हर घाव पर भी मरहम लग गया। सात बार बलोन डिओर, रिकॉर्ड छह बार यूरोपीय गोल्डन शूज, बार्सीलोना के साथ रिकॉर्ड 35 खिताब, ला लिगा में 474 गोल , एक क्लब (बार्सीलोना) के लिये सर्वाधिक 672 गोल कर चुके मेस्सी को विश्व कप नहीं जीत पाने की टीस हमेशा से रही । उन्हें पता था कि यह उनके पास आखिरी मौका है और 23वें मिनट में पेनल्टी पर गोल करने से पहले आंख मूंदकर शायद उन्होंने इसी प्रण को दोहराया । अर्जेंटीना ने जब आखिरी बार 1986 में विश्व कप जीता तब माराडोना देश के लिये खुदा बन गए हालांकि फाइनल में उन्होंने गोल नहीं किया था । उनके आसपास पहुंचने वाले सिर्फ मेस्सी थे लेकिन विश्व कप नहीं जीत पाने से उनकी महानता पर ऊंगलियां गाहे बगाहे उठती रहीं । ऊंगली तब भी उठी जब 2014 में फाइनल में जर्मनी ने अर्जेंटीना को एक गोल से हरा दिया था । सवाल तब भी उठे जब इस विश्व कप के पहले ही मैच में सउदी अरब ने मेस्सी की टीम पर अप्रत्याशित जीत दर्ज की, लेकिन अब मेस्सी अर्जेंटीना के लिए ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सबसे के लिए बेहद खास बन गए क्योंकि उनके पास वो सब रहा जो एक हमान खिलाड़ी के पास होना चाहिए।

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News Editor

Rahul Singh

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