Fifa 2022 Special : बिना कील से बनी ‘बुरहान’ बढ़ाएगी फीफा में भारत की शान

punjabkesari.in Wednesday, Nov 16, 2022 - 08:42 PM (IST)

खेल डैस्क : कतर विश्व कप में भारत हर जगह मौजूद रहेगा। विश्व कप प्रबंधन ने भारत से पारंपरिक उरु (ढो) भी ऑर्डर की है जो फीफा फैंस के लिए उपलब्ध रहेगी। यही नहीं, भारतीय बढ़-चढ़कर फीफा देखने पहुंचेंगे। भारत से ही प्रबंधन में इस्तेमाल होने वाली चीजें भी फीफा प्रबंधन ने मंगवाई हैं।

मैगा-स्पोर्टिंग इवैंट के लिए कोझिकोड के बेपोर में पारंपरिक लकड़ी से बनी उरु (नाव) जिसे  एम.एस.वी. बुरहान नाम दिया गया है, भी शोकेस होगी जिसे प्राचीन काल में मेसोपोटामिया के साथ व्यापार के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इसे आज भी हाथ से बनाया जाता है।

कतर का अल जानौब स्टेडियम जहां फीफा के मैच होने हैं, का पैटर्न ‘उरु’ नौकाओं से प्रेरित है। फीफा की ओर से ढो फैस्टिवल भी आयोजित किया जाना है जिसमें यह भारतीय उरु शोकेस होगी। इसके अलावा 1000 छोटी उरु के ऑर्डर भी हुए हैं जोकि फीफा दर्शकों के लिए उपलब्ध रहेंगी।

 

उरु (एम.एस.वी. बुरहान)
27 फीट लंबी लकड़ी और कॉयर उरु ढो फैस्टिवल में दिखेगी 
15 मेहनती पारंपरिक कारीगरों ने डेढ़ साल में इसे बनाया है
2,500 टांके लगाए और 5,000 छेद किए गए हैं नाव को बनाने में
11वीं शताब्दी के दौरान व्यापार के लिए होता था इस्तेमाल
5 करोड़ आती है लागत 148 फीट लंबी, 34 फीट चौड़ी और 12.5 फीट लंबी उरु बनाने में 
1000 छोटी उरु भी हुई ऑर्डर, विदेशी विजिटर्स खरीद पाएंगे

इसलिए है खास 
प्राचीन काल के दौरान लोहे की कीलों और धातुओं का उपयोग जहाज निर्माण के लिए नहीं किया जाता था। इसे लकड़ी की कीलों और कॉयर फाइबर का उपयोग कर बांधा जाता है।

 

23,500 टिकट भारतीय ने खरीदे
कतर 2022 के पहले 2 चरणों में बेचे गए 1.8 मिलियन फीफा विश्व कप टिकटों में से 23,500 से अधिक भारतीय प्रशंसकों द्वारा खरीदे गए थे। टिकट बिक्री के पहले चरण के बाद भारत टिकट बिक्री में 7वें स्थान पर था। इसके और बढऩे के आसार है क्योंकि भारत से कतर की हवाई यात्रा काफी आसान है।

 

 

3000 ट्रांसफर कोलकाता से जाएंगे
कोलकाता की एक कंपनी कतर फीफा में बिजली प्रबंधन बनाए रखने के लिए 3 हजार ट्रांसफर भेजेगी। कंपनी निदेशक सिद्धार्थ मित्रा ने बताया- अनुबंध मूल्य 35 करोड़ रुपए था और इसके उत्पाद को मंजूरी देने वाली एजैंसी कतर बिजली और जल निगम है, जिसे आमतौर पर कहारामा के नाम से जाना जाता है।

 

1.2 मीट्रिक टन मांस बेंगलुुरु से
पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में हरिंगहाटा पशुधन केंद्र से कतर 1.2 मीट्रिक टन मांस निर्यात कर रहा है। बंगाल के राज्य मंत्री स्वप्न देबनाथ ने बताया कि एक महीने में 6 बैचों में लगभग 7 टन मांस भेजा जाएगा। केंद्र से कुवैत, हांगकांग और मालदीव जैसे देशों में बकरी और भेड़ का मांस भेजा जाएगा।

 

 

5 बच्चों की मां जीप पर कतर पहुंचेंगी
33 वर्षीय महिला नाजी नौशी अपनी एस.यू.वी. में केरल के कन्नूर जिले से कतर पहुंचेगी। संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, कुवैत और सऊदी अरब से होते हुए नाजी 10 दिसंबर को दोहा पहुंचेगी। नाजी लियोनेल मैसी की प्रशंसक हैं। वह अपनी पसंदीदा टीम को कप उठाते हुए देखना चाहती हैं।

Content Writer

Jasmeet