FIFA 2022 Special : कतर में विश्व कप के साथ दर्जन भर विवाद भी चर्चा में रहेंगे

punjabkesari.in Sunday, Nov 20, 2022 - 06:47 PM (IST)

खेल डैस्क : कतर के फीफा विश्व कप की मेजबानी हासिल करने के बाद यहां युद्ध स्तर पर कार्य हुए। 7 नए स्टेडियम बनाए गए जबकि एक को रेनोवेट किया गया। इसके अलावा नया एयरपोर्ट, नई मेट्रो और सड़कें बनाई गईं। इन सबके प्रबंधन में करीब 30 हजार लोगों को जोड़ा गया जिनके साथ अपने बर्ताव को लेकर कतर आज भी आलोचनाएं झेल रहा है। 2021 में ह्यूमन राइट्स वॉच ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कतर में विदेशी कामगार अब भी सैलरी में अवैध तरीके से कटौती झेल रहे थे। वह दिन में निश्चित समय से ज्यादा और बिना वेतन कई महीनों से काम कर रहे हैं। 


फरवरी 2021 में एक अखबार ने दावा किया था कि कतर ने जब से विश्व कप के लिए बोली जीती थी तब से भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांगलादेश और श्रीलंका के 6,500 प्रवासी कामगारों की कतर में मौत हो चुकी है। कतर का कहना है कि 2014 से 2020 के बीच वल्र्ड कप स्टेडियम बनाने वाले मजदूरों में 37 की मौतें हुई हैं। इनमें से 34 मौतें काम की वजह से नहीं हुई।

 

 

आई.एल.ओ. का दावा
इंटरनैशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन (आई.एल.ओ.) का कहना है कि कतर ने अचानक और अप्रत्याशित तरीके से हुई मजदूरों की मौत की गिनती नहीं की। दिल के दौरे, हीटस्ट्रोक से हुई मौतों को ‘काम से जुड़ी’ मौत नहीं बताकर ‘प्राकृतिक कारणों’ से हुई मौत बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में 50 मजदूरों की मौत हुई जबकि 500 से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए। 37,600 लोगों को हल्की चोटें आईं जोकि ऊंचाई से गिरने, सड़क दुर्घटनाओं से आईं।

 

एल.जी.बी.टी. समुदाय भी विरोध में
कतर में समलैंगिक संबंध अवैध माने जाते हैं। इस पर एल.जी.बी.टी. समुदाय के अधिकारों का समर्थन करने वाले समूहों ने फीफा और कतर प्रबंधन से कुछ बदलावों की मांग की थी। इन बदलावों में समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने, कतर में प्रवेश का अधिकार सुनिश्चित करने और एल.जी.बी.टी. से जुड़े मुद्दों की चर्चा पर पाबंदी नहीं लगाने की मांग शामिल है। वहीं, कतर वल्र्ड कप के आयोजकों ने पहले कहा था कि सभी का स्वागत है लेकिन समलैंगिकों और गैर-समलैंगिकों की तरफ से स्नेह का सार्वजनिक प्रदर्शन करना हमारी परंपरा का हिस्सा नहीं है।

सेक्स पर भी लगा है बैन
कतर ने विश्व कप के दौरान अनजान लोगों में संबंध बनने से रोकने के लिए कड़े प्रबंध किए हैं। अविवाहित युवक-युवतियों के लिए होटलों में कमरा लेना आसान नहीं होगा। अगर कोई तय कानून तोड़ता पाया तो उसे सात साल की जेल की सजा हो सकती है। इसके अलावा स्टेडियम में भी महिलाओं को विशेष तौर पर सतर्क रहने की जरूरत होगी। उन्हें अपने कंधे और घुटने ढंकने होंगे।

 

 

मेजबानी पर भी विवाद हुआ
साल 2010 में मेजबानी को लेकर हुई प्रक्रिया से ही कतर के साथ विवाद जुड़ गए थे। कतर छोटा देश है जिसका फुटबॉल इतिहास नहीं है। यह देश अब तक फीफा विश्व कप में क्वालिफाई भी नहीं कर पाया है। लेकिन इसने अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और जापान जैसे देशों को पीछे छोड़कर मेजबानी हासिल की जोकि अन्य देशों के लिए झटका था। इस दौरान कतर पर आरोप भी लगे कि उन्होंने फीफा के अधिकारियों को रिश्वत दी। इन आरोपों की जांच भी हुई लेकिन किसी के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला। अमरीका ने साल 2020 में फीफा के तीन अधिकारियों पर पेमैंट हासिल करने का आरोप लगाया था जिसकी जांच जारी है।

 

फुटबॉल वेग्स पर भी लगाई हैं पाबंदियां
कतर ने स्टेडियम में महिलाओं के लिए कंधे और घुटने ढंकने का आदेश जारी किया है। ऐसे में फुटबॉलर्स की वेग्स (पत्नी या गर्लफ्रैंड) को समुद्र में खड़े क्रूज में ठहराए जाने की योजना है। वेग्स को मैच देखने को मौका मिलेगा या नहीं इस पर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। कतर सरकार ने वेग्स को क्रूज के अंदर ही पार्टी करने और रहने की अपील की थी।

 

कतर के सख्त रवैये के बाद वेग्स को लग्जरी शिप में ठहराए जाने की योजना है जिसका किराया एक बिलियन पाऊंड है। क्रूज में 33 रैस्टोरैंट और 75 मीटर की इनडोर स्लाइड भी है। इसके अलावा 6 स्विमिंग पूल भी होंगे। क्रूज में 2633 कैबिन हैं जिनमें 6,762 गैस्ट को ठहराया जा सकता है।

Content Writer

Jasmeet