संडे स्पेशल: वनडे में पहली डबल सेंचुरी सचिन ने नहीं किसी और ने जड़ी थी, जानें कौन है वो बल्लेबाज?

punjabkesari.in Sunday, Dec 16, 2018 - 09:39 PM (IST)

स्पोटर्स डेस्क (अतुल वर्मा): 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर में सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए वनडे क्रिकेट इतिहास का दोहरा शतक जड़ा था, जिसे वनडे क्रिकेट इतिहास में पहले दोहरे शतक के तौर पर याद किया जाता है, लेकिन सचिन की ये डबल सेंचुरी वनडे क्रिकेट इतिहास की पहली डबल सेंचुरी नहीं थी। सोच में पड़ गए ना, लेकिन ये सच है। आंकड़ों के मुताबिक वनडे में दोहरा शतक बनाने के मामले में सचिन दूसरे नंबर पर हैं, तो ऐसे में सवाल ये कि आखिर पहले नंबर पर कौन-सा खिलाड़ी है? चलिए, हम आपको बताते हैं।

आज ही के दिन इस महिला खिलाड़ी ने जड़ा था वनडे में पहला दोहरा शतक

बता दें कि वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहला दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड किसी पुरूष बल्लेबाज नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया की पूर्व महिला बल्लेबाज बेलिंडा क्लार्क के नाम है, जिन्होंने सचिन के दोहरे शतक से 13 साल पहले आज ही के दिन यानि 16 दिसंबर 1997 को महिला वर्ल्ड कप के दौरान डेनमार्क के खिलाफ ताबड़तोड़ पारी खेलते हुए वनडे क्रिकेट इतिहास का पहला दोहरा शतक जड़ा था। बेलिंडा क्लार्क ने उस दौरान 155 गेंदों पर 229 रनों की शानदार नाबाद पारी खेलकर क्रिकेट इतिहास के पन्नों पर अपना नाम दर्ज करवा दिया था और सबसे खास बात ये रही कि उन्होंने वनडे क्रिकेट इतिहास की पहली डबल सेंचुरी मुंबई में बनाई थी। 1997-98 के महिला वर्ल्ड कप के 18वें मैच में उन्होंने ये कारनामा किया था। अपनी रिकॉर्ड पारी में बेलिंडा ने 22 चौके और एक छक्का जड़ा
था।

महिला ऑस्ट्रेलिया टीम को 2 बार विश्व विजेता बनाने का रिकॉर्ड भी बेलिंडा के नाम

वनडे क्रिकेट इतिहास में पहला दोहरा शतक बनाने के अलावा बेलिंडा के नाम एक और बेहतरीन रिकॉर्ड भी है। उनके नाम महिला ऑस्ट्रेलिया टीम को 2 बार वर्ल्ड कप का खिताब दिलवाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। साल 1997 और 2005 में उन्होंने महिला ऑस्ट्रेलिया टीम को वर्ल्ड कप दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी।

साल 2005 में बेलिंडा क्लार्क ने क्रिकेट को कहा था अलविदा

सितंबर 1970 को ऑस्ट्रेलिया के न्यूकासेल में जन्मी बेलिंडा का क्रिकेट करियर शानदार रहा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 14 साल क्रिकेट खेला। साल 1991 को न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 118 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 47 की बेहतरीन औसत के साथ 4844 रन बनाए। साल 2005 में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे खेलकर उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा था।

क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद भी क्रिकेट से ही जुड़ी हैं बेलिंडा क्लार्क

बता दें कि साल 2005 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी बेलिंडा ने खुद को क्रिकेट से ही जोड़े रखा। जिसकी शुरुआत उन्होंने वुमेंस क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की सीईओ के तौर पर की। मौजूदा समय में वो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की एक्जिक्यूटिव जनरल मैनेजर हैं और कम्युनिटी क्रिकेट का काम देख रही हैं।

Atul Verma