रणजी ट्रॉफी के 86 साल के इतिहास में पहला कारनामा, 4 गेंदों पर किए लगातार 4 खिलाड़ी LBW आउट

punjabkesari.in Sunday, Nov 04, 2018 - 04:52 PM (IST)

स्पोटर्स डेस्क (अतुल वर्मा): क्रिकेट में आए दिन नए-नए रिकॉर्ड्स बनते रहते हैं और पुराने रिकॉर्ड्स टूटते रहते हैं। युवराज सिंह के 6 गेंदों पर 6 छक्कों का रिकॉर्ड हो या फिर इरफान पठान के पहले ओवर की पहली 3 गेंदों पर हैट्रिक, ये रिकॉर्ड वाकई लाजवाब हैं, लेकिन राजस्थान और जम्मू कश्मीर के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी ग्रुप-सी के एक मैच में जम्मू कश्मीर के एक तेज गेंदबाज ने अपनी जबरदस्त गेंदबाजी से इतिहास रच डाला है।

4 गेंदों पर लगातार 4 खिलाड़ियों को किया LBW आउट

जम्मू कश्मीर के तेज गेंदबाज मोहम्मद मुदस्सिर ने अपनी शानदार गेंदबाजी से नया रिकॉर्ड दर्ज करवा दिया है। उन्होंने 4 गेंदों पर लगातार राजस्थान के 4 खिलाड़ियों को LBW आउट कर ये नया रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने 99 ओवर में 2 गेंदे डालने के बाद बाकी बची 4 गेंदों पर चेतन बिष्ट को 159 रन पर LBW आउट किया। उसके बाद उन्होंने टीएन ढिल्लों, आरडी चहर और टीएम हक को भी बिना खाता खोले LBW आउट कर पवैलियन भेज दिया।

रणजी ट्रॉफी के इतिहास में ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज

मुदस्सिर रणजी ट्रॉफी के 86 साल के इतिहास में ऐसा कारनामा करने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं। इसके साथ ही वो इस रणजी सीजन में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज भी बन गए हैं। रणजी में 30 साल बाद किसी गेंदबाज ने 4 गेंदों पर 4 विकेट लिए हैं। मुदस्सिर से पहले साल 1988 में दिल्ली के गेंदबाज शंकर सैनी ने भी 4 गेंदों पर 4 विकेट चटकाए थे, लेकिन उन्होंने ये विकेट LBW के तौर पर नहीं लिए थे।

गेंदबाज मुदस्सिर ने बरपाया कहर, चटकाए कुल 5 विकेट

रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप-सी के राजस्थान और जम्मू कश्मीर के बीच मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने आए राजस्थान के ओपनर बल्लेबाजों ने टीम को अच्छी शुरुआत दी। राजस्थान की ओर से चेतन बिष्ट ने शानदार 159 रनों की पारी खेली। वहीं अशोक मेनारिया ने 59 रनों का योगदान दिया, लेकिन जम्मू कश्मीर के गेंदबाज मुदस्सिर ने अपनी घातक गेंदबाजी से ऐसा कहर बरपाया कि कोई भी बल्लेबाज उनकी गेंद के आगे टिक नहीं सका। उन्होंने पहली पारी में शानदार 5 विकेट चटकाए। राजस्थान की ओर से बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे बिष्ट को भी उन्होंने ही 159 रनों पर LBW आउट कर पवैलियन भेजा।

मुदस्सिर के अब तक के घरेलू क्रिकेट करियर पर एक नजर

Atul Verma