दिल्ली के प्रदूषण से फुटबॉल कप्तान छेत्री भी चिंतित, कही ये बातें

punjabkesari.in Wednesday, Oct 30, 2019 - 04:10 PM (IST)

नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में दिवाली के बाद हर साल बढ़ जाता प्रदूषण खिलाड़ियों के लिए चिंता का विषय बन जाता है और भारतीय फुटबाल कप्तान सुनील छेत्री भी इससे अछूते नहीं है। छेत्री ने बुधवार को यहां कहा कि राजधानी का प्रदूषण खेल और खिलाड़ियों के लिए गहरी चिंता की बात है। उन्होंने कहा, ‘मैं दिल्ली का ही हूं लेकिन मुझे भी प्रदूषण से चिंता होती है। वैसे भी मेरा दिल्ली आना जाना काफी कम हो गया है। हम यहां जब भी मैच के लिए आते हैं तो एक दिन पहले ही आते हैं ताकि यहां ज्यादा दिन न रहना पड़े।'

भारतीय फुटबाल कप्तान ने हर्बालाइफ न्यूट्रिशन के फिट फैमिलीज़ फेस्ट के तीसरे संस्करण को लांच करते हुये आम आदमी की जिंदगी में फिटनेस की जरूरत पर जोर दिया। इस बार फेस्ट तीन नवंबर को भुवनेश्वर में, 10 नवंबर को लुधियाना में, 17 नवंबर को अहमदाबाद में और 24 नवंबर को हैदराबाद में मनाया जाएगा। प्रदूषण के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा, ‘विदेशी खिलाड़ी जब यहां आते हैं तो मॉस्क पहनते हैं। पता नहीं यह पूर्व निर्धारित धारणा की वजह से है या फिर प्रदूषण के कारण से। लेकिन प्रदूषण निश्चित ही एक चिंता का विषय है। पहले जब आईएसएल टीमें यहां आती थीं तो उनके खिलाड़ी भी मॉस्क पहनते थे। मैं भी जब यहां आता हूं तो आंखों में जलन महसूस होती है।'

छेत्री ने इस बात पर भी चिंता जताई कि दिल्ली में अब अंतरराष्ट्रीय मैच कम होने लगे हैं। आईएसएल में दिल्ली की टीम ओडिशा चली गयी है। दिल्ली देश की राजधानी है लेकिन यह फुटबाल का हब नहीं है जबकि अन्य देशों में उनकी राजधानी फुटबाल का हब होती है। यह निश्चित रूप से चिंता का विषय है। राजधानी में आगामी तीन नवंबर को बंगलादेश के साथ भारत का पहला टी-20 मैच होना है और प्रदूषण को लेकर इस मैच पर चिंता जताई जा रही है। लेकिन बीसीसीआई का कहना है कि मैच अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होगा।

गौरतलब है कि गत वर्ष इसी समय श्रीलंका के खिलाफ दिल्ली में हुये मैच में हवा की स्थिति इतनी प्रदूषित हो गयी थी कि मेहमान टीम के कई खिलाड़ी मास्क लगाकर खेलने उतरे थे। इस साल दिवाली के अगले दिन दिल्ली में प्रदूषण काफी बढ़ गया जिसकी पुष्टि वायु प्रदूषण एवं मौसम अनुमान एवं शोध से जुड़ी संस्था ‘सफर' ने भी की है। 

Sanjeev