फुटबॉल टीमें तकनीक का सहारा ले रहीं, आगे और भी अप्रत्याशित FIFA World cup होंगे : क्रिस्टोफर एंडरसन

punjabkesari.in Saturday, Dec 17, 2022 - 09:03 PM (IST)

खेल डैस्क : कतर फीफा विश्व कप अपने आप में खास रहा। मोरक्को, जापान, साऊदी अरब जैसी टीमों बड़े ऊलटफेर कर दिए। स्पेन, बैल्जियम, पुर्तगाल, इंगलैंड जैसी स्थापित टीमें कप की रेस से बाहर हो गई। विश्व कप के दौरान टीमों द्वारा इस्तेमाल की जा रही टेक्नोलॉजी की भी अब चर्चा होने लगी हैं। इसी पर लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में यूरोपीय राजनीति बढ़ाने वाले क्रिस्टोफर जे एंडरसन ने शोध किया है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि फीफा विश्व कप आगे जाकर और भी अप्रत्याशित नतीजे लाएगा। पढि़ए इंटरव्यू-

फुटबॉल पर आपके शोध का मूल क्या है?
मैं देखता हूं कि टीमें कैसे खेल जीत सकती हैं और कौन से कारक जीत को प्रभावित करते हैं या खराब प्रदर्शन लाते हैं। खेल के मैदान पर जो कुछ भी होता है वह अब रिकॉर्ड किया जाता है। इसमें खिलाड़ी द्वारा किए जाने वाले सभी मूवमेंट शामिल होते हैं- जैसे दौडऩा, मुडऩा, गेंद के चारों ओर की हर गतिविधि, कौन क्या करता है, कैसे करता है, यह सब रिकॉर्ड किया जाता है। हम इस डेटा को एकत्र करते हैं और उसका विश्लेषण करते हैं।

आपकी किताब ‘द नंबर्स गेम’ अब हमें फुटबॉल के बारे में क्या बताती है?
फुटबॉल नया खेल बन गया है। अब पहले से कम गोल हो रहे हैं। 40 साल पहले ऐसा नहीं था। हम कई खेलों को पेनल्टी शूट-आऊट में देख रहे हैं। ऐसे में एकमात्र गोल भी महत्वपूर्ण है।

2022 के विश्व कप से कौन से आर्थिक विषय सामने आते हैं?
विश्व कप अपने आप में बाकी फुटबॉल से अलग है - बाद वाला प्रसारण अधिकार, मैच उपस्थिति और बिक्री के आसपास आधारित है। इसके विपरीत, फीफा विश्व कप हर 4 साल में एक बार प्रसारित होने वाला उपहार है जो सामान्य दर्शकों और फुटबॉल प्रशंसकों दोनों को आकर्षित करता है। उसमें ओलिम्पिक के समान, यह एक और अधिक वैश्विक घटना है। इसका सबसे बड़ा आर्थिक चालक स्टेडियमों में उपस्थिति के विपरीत अधिकारों का प्रसारण कर रहा है - यह वास्तव में इस बारे में है कि दुनिया इस तमाशे का उपभोग कैसे करती है।

 

 

मोरक्को जैसी टीमों का उदय क्या दर्शाता है?
इससे पता चलता है कि फुटबॉल कैसे समान हो गया है। एक समय फुटबॉल पर दक्षिण अमरीका और पश्चिमी यूरोप हावी रहते थे। अब बाकी देश उच्च स्तरीय फुटबॉल तकनीक इस्तेमाल कर आगे बढ़ रहे हैं। आप जापान और दक्षिण कोरिया को देख सकते हैं।

क्या इसका मतलब मेगा फुटबॉल क्लबों की शक्ति में कमी और राष्ट्रीय टीमों का फिर से उभरना है?
फीफा विश्व कप हर 4 साल बाद आता है। अब फुटबॉल क्लब वैश्विक स्तर पर प्रतिभाओं की खोज करने के लिए उन स्थानों पर जाएंगे जहां वह परंपरागत रूप से नहीं जाते थे। उनके नए खिलाडिय़ों का एक पूरा समूह राष्ट्रीय टीमों में वापस आ जाएगा। इसके कारण विश्व कप भी महत्वपूर्ण हो जाएगा। इस बार जिस तरह से मोरक्को जैसी टीम उभरी, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह आगे जाकर अप्रत्याशित विश्व कप होंगे।

उद्योग के रूप में फुटबॉल के रुझान पर क्या भविष्यवाणी करते हैं?
फुटबॉल एक व्यवसाय है। इसे विभिन्न प्रकार के प्लेटफॉर्म का उपयोग कर बेचा जाएगा। खेल देखने का रुझान बढ़ा है। लोग ढेर सारे उपकरणों पर लाइव गेम देखते हैं। टीमें अब व्यक्तिगत खिलाडिय़ों का प्रदर्शन देखकर उन्हें चुनती हैं। यह सिर्फ फ्रांस या जापानी दर्शकों को ध्यान में रखकर नहीं बल्कि दुनिया भर में बेचे जाने के लिए बनाया गया है। भारत और संयुक्त राज्य अमरीका पर नजर डालें। अब खेल में भागीदारी को लेकर प्रयास हो रहे हैं। लोगों के फुटबॉल देखने की भूख भी बढ़ रही है।

विश्व कप में होते प्रदर्शनों पर क्या कहेंगे?
अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताएं कभी भी इससे मुक्त नहीं हो पाई हैं। यह वैश्विक और क्षेत्रीय संदर्भ के कारण चर्चा में रहती हैं। ऐसे टूर्नामैंट विविध राजनीतिक आवाजों को सुनने के अवसर भी हैं। 1978 में जब अर्जेंटीना ने विश्व कप का आयोजन किया था तब इसका इस्तेमाल देश की छवि अच्छी दिखाने के लिए किया गया था। यह भी सोचें कि कई बार देशों ने नैतिक चिंताओं का हवाला देते हुए ओलिम्पिक का बहिष्कार किया है।

Content Writer

Jasmeet