ज्योफ ग्रीफिन : दुनिया का पहला टी-20 मैच इस शख्स के कारण हुआ, जानें किस्सा

punjabkesari.in Friday, Jun 12, 2020 - 11:52 AM (IST)

जालन्धर (जसमीत) : साऊथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज ज्योफ ग्रीफिन ऐसे पहले क्रिकेटर थे जिनके बॉलिंग एक्शन को अंपायर ने अवैध माना था। बात 1939 की है। ग्रीफिन पर गेंद को थ्रो करने का आरोप लगा था। खास बात यह थी कि ज्योफ की बचपन से ही क्लाई टेढ़ी थी। इसके चलते वह बॉलिंग के वक्त अपने हाथ को सीधा नहीं रख पाते थे। लेकिन अंपायरों ने ज्योफ के इस तर्क को नहीं माना। लिहायजा कंट्रोवर्सी शुरू होने पर ज्योफ का क्रिकेट करियर महज दो टैस्ट तक ही सिमटकर रह गया था।

लेकिन क्या आपको बता है ज्योफ ही ऐसे क्रिकेटर है जिनके कारण प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से दुनिया का संभवत: पहला टी-20 मैच खेला गया। जी हां, बात जून 1939 की है जब लॉडर््स के मैदान पर साऊथ अफ्रीका इंगलैंड के खिलाफ पहला टेस्ट खेल रही थी। पहले खेलते हुए इंगलैंड ने 362 रन बनाए थे। माइक स्मिथ 99, पीटर वॉल्कर ने 52 रनों का योगदान दिया।

इसी मैच में ज्योफ ने दक्षिण अफ्रीका की ओर से गेंदबाजी करते हुए लॉडर््स के मैदान पर हैट्रिक लगाने वाले पहले गेंदबाज बनने का मान हासिल किया। जवाब में खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम दोनों पारियों में सस्ते में सिमट गई। इंगलैंड ने आसानी से यह टैस्ट जीत लिया। मैच के दौरान ज्योफ की 11 गेंदों को अंपायर फ्रैंक ली ने थ्रोइंग मानकर नो बॉल करार दिया गया था। 

ऐसे शुरू हुआ टी-20 मैच
दरअसल, उक्त टैस्ट को देखने के लिए तब इंगलैंड की रानी का आना प्रस्तावित था। रानी ने शाम को आना था जबकि इंगलैंड सुबह ही मैच जीत चुका था। ऐसे में खाली समय का इस्तेमाल करने के लिए दोनों टीमों के बीच 20-20 ओवर का प्रदर्शनी मैच खेला गया। इस मैच में भी ज्योफ की 4 गेंदों को अवैध माना गया। आखिर ज्योफ जब अंडरऑर्म बॉलिंग करने लगे तो स्क्वेयर लैग पर खड़े अंपायर जॉन सिडनी बुलर ने इसे नो बॉल करार दे दिया। इससे विवाद और बढ़ गया। अखबारों में तब खूब लीड बनी थी टेस्ट के बाद 20-20 मैच उसमें भी विवाद।

बहरहाल, अंपायर के सख्त बर्ताव पर तब इंगलैंड के पूर्व बल्लेबाज डेनिस कॉप्टन सामने आए। उन्होंने कहा- अंपायर इतना सख्त नहीं हो सकते। ज्योफ की क्लाई ही ऐसी है। वह यकीनी तौर पर बॉल थ्रो नहीं कर रहा था। 

Jasmeet