Happy Birthday Sourav Ganguly : गांगुली ने इसलिए लॉड्स में टी-शर्ट उतारकर मनाया था जश्न

punjabkesari.in Friday, Jul 08, 2022 - 11:11 AM (IST)

स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। प्रिंस ऑफ कोलकाता और 'दादा' के नाम से मशहूर गांगुली मैदान पर दादागिरी की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहते थे। गांगुली को पहली बार 1991-92 में ऑस्ट्रेलिया टूर पर गई टीम इंडिया में शामिल किया गया था। गांगुली ने 113 टेस्‍ट में 7,212 रन और 311 वनडे में 11,363 रन बनाए हैं। आईए जानते हैं कि गांगुली में लॉड्स में टी-शर्ट उतारकर क्यों मना था जश्न -

PunjabKesari

फ्लिंटॉफ को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए टी-शर्ट उतारकर मनाया जश्न 

क्रिकेट फैंस को आज भी ट्राई सीरिज के फाइनल के दौरान सौरव द्वारा 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्‍ट ट्रॉफी जीतना का जश्न याद होगा। जब उन्होंने लॉर्ड्स में अपनी टी-शर्ट उतारकर लहराई थी। दरअसल, साल 2002 में इंग्लैंड के एंड्यू फ्लिंटॉफ ने भारत में वानखेड़े में जीत के बाद टी-शर्ट उतारकर दौड़ लगाई थी और गांगुली को नीचा दिखाने की कोशिश की थी, इसलिए जब दादा की टीम ने इंग्लैंड को उसी के घर में हराकर जीत दर्ज की तो उन्होंने फ्लिंटॉफ को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया और लॉर्ड्स में शर्ट उतारकर जश्न मनाया था। 

Sports

शर्टलेस विवाद के बाद गांगुली ने अलोचकों को दिया था करारा जवाब 

सौरव गांगुली के इस जश्न के बाद क्रिकेट जगत में बवाल सा मच गया था और कई दिग्गजों ने इस हरकत की अलोचना भी की, लेकिन इस पर सौरव गांगुली ने कहा था कि मैंने शर्ट उतारकर अंग्रेजों को ये साबित किया था कि हम मैच खेल भावना से खेलते हैं और खेल में हार-जीत होती रहती है लेकिन इसका मतलब ये नहीं आप इस बात के लिए हारी हुई टीम पर तंज कसो या फिर उन्हें कमेंट करो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि आपके लिए लॉर्डस मक्का है तो हमारे लिए वानखड़े इंडियन क्रिकेट का मक्का है। 

बतौर कप्तान ऐसा रहा सफर 

सौरव गांगुली अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को 20 से ज्यादा टेस्ट मैचों में जीत दिलाने वाले पहले कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 21 टेस्ट जीते। उनका यह रिकॉर्ड टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तोड़ा। 2000 से 2005 के बीच टीम इंडिया की कमान संभालने वाले गांगुली की अगुवाई में भारत ने 49 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 21 में उसे जीत और 13 में हार का सामना करना पड़ा, जबकि 15 मैच ड्रॉ हुए। दादा की अगुवाई में 1999 से 2005 के बीच भारत ने 146 वनडे मैचों में 76 जीते और 65 गंवाए, जबकि 5 मैचों के नतीजे नहीं आए। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Sanjeev

Recommended News

Related News