हार्दिक ने MI से जो मांगा उन्हें मिला, अब उन्हें खुद को साबित करना होगा : पार्थिव पटेल

punjabkesari.in Thursday, Feb 22, 2024 - 10:28 PM (IST)

खेल डैस्क : गुजरात टाइटंस से मुंबई इंडियंस में बतौर कप्तान आए हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) पर उम्मीदों को भारी बोझ होगा। उन्होंने अब तक मुंबई इंडियंस प्रबंधन से जो मांगा है, उन्हें मिला है। अब उन्हें आगामी सीजन में खुद को साबित करना होगा। यह चुनौती भी हो सकती है। उक्त बात भारतीय पूर्व क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने कही। पटेल ने आईपीएल का शैड्यूल जारी होने पर आयोजित कर विशेष सेशन में इस मुद्दे पर बात की क्या हार्दिक पर वापसी पर अतिरिक्त दबाव होगा।

 

 

दरअसल, आकाश चोपड़ा ने पार्थिव से पूछा था कि क्या नए कप्तान हार्दिक पंड्या मुंबई इंडियंस को आईपीएल ट्रॉफी वापस दिलाने में मदद कर सकते हैं तो उन्होंने कहा कि ट्रॉफी वापस लाना आसान नहीं है। लेकिन अगर आप मुंबई टीम को देखें, तो उन्हें इसे वापस लाना चाहिए। यदि आप उनके भारतीय खिलाड़ियों को देखें, तो केवल एक-दो खिलाड़ी ही ऐसे हैं जो कैप्ड नहीं हैं। उनमें से अधिकतर भारत के खिलाड़ी हैं और प्रदर्शन कर चुके हैं। उनके विदेशी खिलाड़ी उन्हें बहुत सारे विकल्प उपलब्ध कराते हैं।

 


पार्थिव ने कहा कि टीम के नजरिए से हार्दिक को वह सब कुछ दिया गया है जो वह चाहते थे। लेकिन उनकी सबसे बड़ी चुनौती टीम को एक दिशा में एकजुट करना और उन्हें सामूहिक रूप से प्रदर्शन करने में मदद करना होगा। इसके बिना ट्रॉफी नहीं जीती जा सकती। एमआई का सीजन पंड्या के नेतृत्व कौशल पर निर्भर करेगा। अगर वह टीम को सामूहिक रूप से ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकते हैं, तो वे जीत सकते हैं।

 


पार्थिव पटेल ने पंड्या की कप्तानी पर भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बेशक, उनकी कप्तानी एक चर्चा का विषय बन गई है। जिस तरह से उन्होंने टीम का नेतृत्व किया, पहले साल चैंपियनशिप जीती, अगले साल फाइनल खेला। यह शानदार था। वह आसानी से 2 साल में 2 ट्रॉफियां हासिल कर सकता था। हार्दिक आगे बढ़ गए हैं और अब मुंबई वापस आ गए हैं, जहां उनका क्रिकेट शुरू हुआ था। एमआई से काफी उम्मीदें होंगी क्योंकि ट्रॉफी काफी समय से आई नहीं है।

 

 

मुंबई के लिए क्वालीफाइंग करना सफलता नहीं है, यह चैंपियनशिप जीतने के बारे में है। यह कुछ ऐसा है जो उन्होंने सोचा होगा और ऐसा लगता है कि भविष्य को देखते हुए उन्हें बोर्ड पर लाना एक सोचा-समझा निर्णय है। लेकिन हार्दिक पर काफी दबाव होगा, पांच बार के खिताब विजेता कप्तान और 10 साल से एक निश्चित तरीके से खेलने की आदी टीम की जगह लेना चुनौतीपूर्ण होगा। और यह बदलाव हार्दिक और उन खिलाड़ियों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा जो रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेलने के आदी हैं। 

Content Writer

Jasmeet