''हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है'' : इंजीनियरिंग कॉलेज में समारोह के दौरान अश्विन का बड़ा बयान
punjabkesari.in Friday, Jan 10, 2025 - 06:08 PM (IST)
स्पोर्ट्स डेस्क : अपने बोल्ड ब्यानों के लिए जाने जाते पूर्व भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं बल्कि आधिकारिक भाषा है। यह एक ऐसी टिप्पणी है जो बहस को जन्म दे सकती है। अश्विन ने यह टिप्पणी तमिलनाडु के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के स्नातक समारोह में की, जहां हिंदी का उपयोग हमेशा से एक संवेदनशील विषय रहा है, जिस पर तीखी प्रतिक्रियाएं हुई हैं। छात्रों को संबोधित करते हुए अश्विन ने पूछा कि क्या समारोह में उपस्थित लोग हिंदी में प्रश्न पूछने के लिए तैयार हैं, यदि वे अंग्रेजी या तमिल में सहज नहीं हैं।
अश्विन ने तमिल में कहा, 'अंग्रेजी - मुझे एक बार हां कहें', जिसके जवाब में अश्विन के नाम के नारे लगे। 'तमिल' - इस पर छात्र जोर से चिल्लाए। 'ठीक है, हिंदी?' जवाब में छात्र अचानक चुप हो गए। मैंने सोचा कि मुझे यह कहना चाहिए। हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है; यह एक आधिकारिक भाषा है।'
Tamil Nadu: Former off spinner Ravichandran Ashwin says, "...I thought I'd say it all. It's (Hindi) not our national language; It's an official language. Okay, anyway"
— IANS (@ians_india) January 10, 2025
(09/01/2025) pic.twitter.com/bR47icWZEU
यह टिप्पणी ऐसे समय में नई बहस को जन्म दे सकती है, जब तमिलनाडु की सत्तारूढ़ डीएमके समेत कई विपक्षी दलों ने केंद्र पर राज्यों, खास तौर पर दक्षिण में हिंदी थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। इसी कार्यक्रम में अश्विन ने टीम इंडिया की कप्तानी के विषय पर भी बात की। यहां, अनुभवी ऑफ स्पिनर ने कूटनीतिक जवाब दिया। अश्विन ने बताया, 'जब कोई कहता है कि मैं यह नहीं कर सकता, तो मैं इसे पूरा करने के लिए जाग जाता हूं, लेकिन अगर वे कहते हैं कि मैं कर सकता हूं, तो मेरी रुचि खत्म हो जाती है।'
अश्विन ने अपनी पृष्ठभूमि के बारे में भी बताया, उन्होंने इंजीनियरिंग की है। अपनी यात्रा से सीख साझा करते हुए अश्विन ने छात्रों से कहा कि वे कभी हार न मानें और संदेह के समय भी अपने रास्ते पर डटे रहें। उन्होंने कहा, 'अगर कोई इंजीनियरिंग स्टाफ मुझसे कहता कि मैं कप्तान नहीं बन सकता, तो मैं और अधिक मेहनत करता।' उन्होंने आगे कहा, 'यदि आप छात्र हैं, तो आप कभी नहीं रुकेंगे। यदि आप छात्र नहीं हैं, तो सीखना बंद हो जाएगा और उत्कृष्टता सिर्फ आपकी अलमारी में रखा एक शब्द बनकर रह जाएगा।'