मैं हार्दिक पंड्या और बेन स्टोक्स की वजह से ऑलराऊंडर बना : नितीश रेड्डी
punjabkesari.in Wednesday, Jul 24, 2024 - 09:15 PM (IST)
नई दिल्ली : सनराइजर्स हैदराबाद के ऑलराउंडर नितिध कुमार रेड्डी ने आईपीएल 2024 में ठोस प्रभाव डाला था। 21 वर्षीय खिलाड़ी ने खुलासा किया है कि उन्हें बेन स्टोक्स और हार्दिक पंड्या से ऑलराउंडर बनने की प्रेरणा मिली। रेड्डी ने कहा कि हार्दिक भाई ने मुझे एक संदेश भेजा जिसमें उन्होंने कहा कि मैं मैदान पर जो इरादा और ऊर्जा दे रहा हूं वह अच्छा है और खेल का सम्मान करते रहना है। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही बात करेंगे। मैं आईपीएल सीजन के बाद उनका संदेश देखकर हैरान रह गया। उनके संदेश के लिए धन्यवाद।
आईपीएल 2024 में 21 वर्षीय खिलाड़ी ने केकेआर के लिए फाइनल समेत 15 गेम खेले और 33.67 की औसत और 142.92 की स्ट्राइक रेट से 303 रन बनाए। वह टूर्नामेंट में अर्धशतक बनाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के अनकैप्ड भारतीय भी बन गए। नितिश ने बताया कि वह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) का बहुत बड़ा प्रशंसक है। उन्हेंने कहा कि मैं वास्तव में विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की प्रशंसा करता हूं। मैं पिछले 10 वर्षों से आरसीबी का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूं। 2023 में मुझे विराट कोहली से मिलने का मौका मिला। मेरे पास उससे पूछने के लिए बहुत कुछ नहीं था; मैं बस उनसे हाथ मिलाना चाहता था और उनका ऑटोग्राफ लेना चाहता था। 2024 में मैं आरसीबी के खिलाफ अच्छा खेलने की उम्मीद कर रहा था ताकि विराट कोहली मेरे खेल पर ध्यान दें। हालांकि मुझे उस मैच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला, लेकिन मैच के बाद हाथ मिलाने के दौरान उन्हें मेरा नाम याद आ गया। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है।
विशाखापत्तनम के रहने वाले रेड्डी ने 2023 की आईपीएल नीलामी में प्रवेश किया और अपने बेस प्राइस 20 लाख में अपनी घरेलू फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद के पास गए। उन्होंने कहा कि मैं नीलामी में चुने जाने की उम्मीद कर रहा था लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद की उम्मीद नहीं थी। घरेलू टीम के लिए खेलना सम्मान की बात है। मैंने तुरंत अपने पिता को फोन किया और वह और मेरी मां खुशी के आंसू रो रहे थे। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है मेरे माता-पिता को गौरवान्वित करना ही मायने रखता है। जब मुझे भारत के लिए चुना गया, तो मैंने अपने पिता को फोन किया और उन्हें बहुत गर्व हुआ। हालांकि चोट के कारण मैं चूक गया, लेकिन मैं उन्हें गौरवान्वित करके खुश था।