मैं सरफराज के पिता के साथ खेला हूं, बेटे का खेलना उनकी निजी सफलता है : रोहित शर्मा
punjabkesari.in Wednesday, Mar 20, 2024 - 11:07 PM (IST)
नई दिल्ली : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल में समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला के दौरान पदार्पण करने वाले खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए बुधवार को कहा कि उन्होंने इन युवा क्रिकेटरों के साथ खेलने का भरपूर आनंद लिया। विराट कोहली सहित कुछ शीर्ष खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में पांच युवा खिलाड़ियों रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, आकाश दीप और देवदत्त पडिक्कल ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। रोहित ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर कहा कि व्यक्तिगत रूप से मुझे इनके साथ काम करके बहुत मजा आया। जितने भी युवा लड़के थे, सब काफी चुलबुले थे।
रोहित ने इस दौरान सरफराज की तारीफ की और साथ ही बताया कि वह उनके पिता के साथ खेल चुके हैं। रोहित ने कहा कि मैंने कांगा लीग में सरफराज के पिता के साथ खेला था। तब मैं बहुत छोटा था, वह उस समय एक लोकप्रिय नाम थे, बाएं हाथ के बल्लेबाज थे। उन्हें उनके प्रयासों का फल मिला है और मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं। सरफराज को मिली टोपी जितनी उसकी है उतनी उनकी भी है।
उन्होंने कहा कि युवा प्लेयरों में से अधिकतर को मैं अच्छी तरह से जानता था तथा मुझे उनके मजबूत पक्षों के बारे में पता था। मैं जानता था कि वह किस तरह से खेलना चाहते हैं। मेरा काम केवल उन्हें सहज बनाए रखना था। जिस तरह से उन्होंने मेरी और राहुल भाई (मुख्य कोच राहुल द्रविड़) की उम्मीदों को पूरा किया, वह शानदार था।
रोहित ने हैदराबाद में पहले टेस्ट में 196 रनों की पारी के लिए इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप की सराहना की और पहले टेस्ट में हार के बाद टीम की मानसिकता के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि ओली पोप का शतक देखना अच्छा था, यह किसी विदेशी बल्लेबाज द्वारा सर्वश्रेष्ठ शतकों में से एक था। इसने हमने गेम छीन लिया। पहला गेम हारने के बाद हमारे लिए वापसी करना आसान नहीं था।
कप्तान का विजाग में दूसरे टेस्ट के दौरान तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का छह विकेट लेना "अवास्तविक" लगा। उन्होंने कहा कि मैंने किसी गेंदबाज को ऐसे करते नहीं देखा। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल सही रहा। उन्होंने भारत के लिए पहली पारी में 396 रन में से 209 रन बनाए। रोहित ने कहा कि यशस्वी जयसवाल का दूसरे टेस्ट मैच में दोहरा शतक उत्कृष्ट और बहुत महत्वपूर्ण था। उन्होंने दोहरा शतक बनाया... इसलिए वह अविश्वसनीय पारी थी, खासकर पहला टेस्ट मैच हारने के बाद। किसी के लिए आगे बढ़ना बहुत महत्वपूर्ण था और जयसवाल और बुमराह किया।