चाहता हूं कि धोनी सर को मुझ पर गर्व हो : विश्व कप फाइनल से पहले बोला युवा क्रिकेटर
punjabkesari.in Saturday, Feb 10, 2024 - 04:28 PM (IST)
बेनोनी : अंडर 19 विश्व कप फाइनल में आस्ट्रेलिया का सामना करने जा रही भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज अरावेली अवनीश राव (Aravelly Avanish Rao) उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जिनके पास इतनी कम उम्र में आईपीएल का अनुबंध है। अवनीश को महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स ने पिछले महीने आईपीएल नीलामी में 20 लाख रुपए के आधार मूल्य में खरीदा था। अंडर-19 विश्व कप में कई मौकों पर धोनी की झलक देने वाले अरावेली ने भाषा को दिए विशेष इंटरव्यू में कहा कि मुझे यकीन ही नहीं हुआ था कि सीएसके ने मुझे चुना है। मुझे विश्वास करने में समय लगा। मैं उस समय घर पर ही था और हमारा फोन लगातार बज रहा था।
उन्होंने कहा कि अब मैं धोनी सर और सीएसके को गौरवान्वित करना चाहता हूं। अभी आईपीएल के बारे में नहीं सोच रहा हूं। फाइनल के बाद सोचूंगा लेकिन सीएसके के लिए और धोनी सर की कप्तानी में खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है। मेरे लिए यह सपना सच होने जैसा है। अपने पिता के साथ बैठकर क्रिकेट देखने वाले अरावेली ने कहा कि मैं बचपन से ही क्रिकेटर बनना चाहता था। पापा साफ्टवेयर इंजीनियर हैं लेकिन क्रिकेट के शौकीन हैं और उनके साथ बैठकर मैच देखते देखते मेरी रूचि जाग गई। वह अब जल्दी से सीएसके का हिस्सा बनकर धोनी से बहुत कुछ सीखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं दबाव के हालात में दृढ रहना उनसे सीखना चाहता हूं। जब टीम अच्छा नहीं खेल रही हो, ऐसे में वह कैसे टीम को संकट से निकालते हैं और मैच जिताते हैं। विश्व कप 2011 की उनकी वह पारी। उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है। नवंबर में 4 देशों की श्रृंखला में 376 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 5 विकेट 95 रन पर गिरने के बाद 93 गेंद में 163 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने वाले अरावेली ने विजय हजारे ट्रॉफी के जरिए लिस्ट ए क्रिकेट में हैदराबाद के लिए पदार्पण किया था। उन्होंने कहा कि मैं धोनी सर से स्पिनरों के सामने विकेटकीपिंग करना और विकेटकीपिंग में चुस्ती लाना भी सीखना चाहता हूं।
अरावेली के आदर्श आस्ट्रेलियाई दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट हैं जिनके वीडियो वह अक्सर देखते रहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे आल टाइम फेवरिट गिलक्रिस्ट हैं। मैंने उनके वीडियो देखकर बहुत कुछ सीखा है। खेल की उनकी समझ और हर हालात में आत्मविश्वास बनाए रखना काबिले तारीफ है। मैं भी उनकी तरह खब्बू बल्लेबाज हूं। उनसे मिलने की तमन्ना है। विश्व कप फाइनल की तैयारी के बारे में उन्होंने कहा कि हम पहले दिन से अच्छा खेल रहे हैं और यहां जीतने के इरादे से ही आए थे। एक ईकाई के रूप में खेलना हमारी ताकत है और हम कोई दबाव नहीं ले रहे। होटल में जाने के बाद क्रिकेट से इतर बातें करते हैं ताकि तरोताजा रहें और दबाव से दूर भी।