हरभजन को पंजाब से न खेलने का मलाल, प्रिटी जिंटा से पूछा क्यों नहीं खरीदा

punjabkesari.in Tuesday, Mar 20, 2018 - 06:32 PM (IST)

जालन्धर (जसमीत सिंह) : आईपीएल-11 को कुछ स्थापित खिलाडिय़ों की घर वापसी के तौर पर भी देखा जा रहा है। इसकी बड़ी उदाहरण गौतम गंभीर और युवराज सिंह के रूप में सामने आ रही है। दोनों प्लेयर अपनी होम टीम में वापसी कर चुके हैं। गौतम गंभीर ने दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से शुरुआत की थी। बाद में कोलकाता नाइट राइडर्स में चले गए। 7 साल बाद उनकी वापसी हो गई है। इसी तरह युवराज सिंह भी सनराइजर्स हैदराबाद, पुणे वॉरियर्स, आरसीबी की ओर से खेलते हुए वापस होम टीम पंजाब में आ गए हैं।

इस दौरान खबरें आ रही थीं कि भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह की घर वापसी के भी पूरे चांस हैं लेकिन आईपीएल ऑक्शन के दौरान ऐन मौके पर चेन्नई सुपरकिंग्स ने हरभजन के लिए बोली लगा दी। पंजाब केसरी ने इस मुद्दे पर हरभजन सिंह से विशेष बातचीत की। पूछा- क्या कारण हो सकते हैं जिसके चलते उनकी घर वापसी नहीं हो पाई। जवाब जो मिले वह रोचक थे, जानें-

सवाल : आईपीएल ऑक्शन से पहले दिमाग में क्या चल रहा था?

हरभजन :
गंभीर की दिल्ली डेयरडेविल्स और युवराज की किंग्स इलेवन टीम में जब वापसी की खबर मुझे लगी तो पहले ही मन मेरे ख्याल आया था कि यह घर वापसी के लिए इन प्लेयर्स के लिए अच्छा समय है। ऐसे में मुझे भी उम्मीद थी कि पंजाब मेरे लिए बोली लगाएगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सच कहूं तो मुझे अब तक समझ नहीं आया कि पंजाब टीम ने मुझे क्यों नहीं लिया। ऑक्शन दौरान भी मैं अंत तक देखता रहा लेकिन किंग्स इलेवन की मालकिन प्रिटी जिंटा ने मेरी बोली ही नहीं लगाई। 

सवाल : क्या मानते हैं कि आपके पास मौका था, घर वापसी का?

हरभजन :
मेरे असल घर में यानी पंजाब में तो मैं हमेशा से ही रहता हूं। रही बात पंजाब किंग्स इलेवन में खेलने की तो इस बार मेरे पास मौका था। मैं पिछले दस साल से मुंबई इंंडियंस के लिए खेल रहा था और हमने भी कई ट्रॉफियां जीतीं और मैं सोच रहा था कि इस बार हमारी घर वापसी हो जाएगी। पंजाब मेरे लिए बोली लगाएगी। मेरे लिए जरूर जाएंगे पर पंजाब वाले मेरे लिए गए ही नहीं। क्या बात हो गई दोस्तो। क्या मेरी सूरत पसंद नहीं थी। (हंसते हुए)। पर सच जानें- मैं अंत तक उम््मीद कर रहा था। पर वह गए ही नहीं।

सवाल : क्या आपको इस बात का मलाल है? 

भज्जी :
हां, बिल्कुल मुझे मलाल है कि जो पंजाब टीम की ऑनर हैं प्रिटी जिंटा के साथ-साथ सारे मालिकों से मुझे मलाल है कि पंजाब टीम में मुझे क्यों नहीं लिया गया। 

सवाल : आप बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रिंटी जिंटा के करीब रहे हैं, बावजूद इसके वापसी नहीं हुई, क्या सोचते हैं?

हरभजन :
पहले तो मैं यह बता दूं कि प्रिटी जिंटा के करीब नहीं हूं मैं। (हंसते हुए) मैं तो खुद चाह रहा था कि पंजाब के लिए खेलूं। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। कोई बात नहीं। क्रिकेट में ऐसा चलता है। मेरा शुुरु से मकसद रहा है सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट खेलना। वो चाहे पंजाब के लिए चाहे चेन्नई के लिए। बात बड़ी यह है कि देश के लिए खेल रहा हूं।

सवाल : चेन्नई सुपरकिंग्स में आपकी कौन-सी भूमिका अहम रहेगी- गेंदबाजी या बल्लेबाजी?

हरभजन :
दरअसल टीम कोई भी हो एक रणनीति बनाकर उसपर चलती है। अगर चेन्नई सुपर किंग्स ने मुझे अपनी टीम में लिया है तो यकीनन बहुत कुछ सोचकर लिया होगा। वैसे भी मेरा काम सिर्फ अच्छा क्रिकेट खेलना है। फिर वह चाहे गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी, मेरा काम अपना 100 प्रतिशत देना है जो मैं देने की पूरी कोशिश करूंगा। अगर टीम कहेगी कि ओपनिंग करूं तो ओपनिंग के लिए भी तैयार रहूंगा।

सवाल : आईपीएल में आपका सबसे रोचक पल कौन-सा रहा है?

हरभजन :
आईपीएल में मैंने मुंबई इंडियंस के लिए कप्तानी भी की। अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को चैंपियन भी बनवाया। यह मेरे लिए गर्व से भरपूर पल था। एक ऐसी टीम जिसमें सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज जुड़े हुए थे, ऐसी टीम का मार्गदर्शन करना सच में बढ़ी बात थी। मैं आईपीएल में लसिथ मलिंगा आैर अमित मिश्रा के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज हूं। इस दौरान एक-एक विकेट से मैंने रोमांच लेना सीखा है।

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