जिम्बाब्वे के क्रिकेटरों को बड़ा झटका, ICC ने खत्म किया जिम्बाब्वे क्रिकेट का अस्तित्व
punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 03:49 PM (IST)
हरारे : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सरकार के दखल का हवाला देते हुए जिम्बाब्वे क्रिकेट को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया जिससे देश के सभी क्रिकेटरों का अस्तित्व भी एक झटके में समाप्त हो गया है। आईसीसी का यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है जिससे उसके द्वारा जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को दी जाने वाली सारी वित्तीय मदद भी रोक दी गई है। जिम्बाब्वे की सभी प्रतिनिधि टीमों को अब आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं होगी।
वैश्विक संस्था के इस फैसले के बाद जिम्बाब्वे की महिला क्रिकेट टीम का अगस्त में होने वाले ट्वंटी 20 विश्वकप क्वालिफायर और अक्टूबर में पुरूष ट्वंटी 20 विश्वकप क्वालिफायर में हिस्सा लेना भी लगभग नामुमकिन हो गया है। इस सप्ताह लंदन में कई दौर की बैठकों के बाद आईसीसी बोडर् ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है। जिम्बाब्वे क्रिकेट को आईसीसी के संविधान की धारा 2.4 (सी) और (डी) का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है जून में उसके स्पोट्र्स रिक्रिएशन कमिशन (एसआरसी) के गठन और अन्य गतिविधियों में सरकार का हस्तक्षेप शामिल है।
आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर ने इस फैसले को लेकर कहा, ‘हम किसी भी सदस्य की मान्यता रद्द करने के फैसले को हल्के में नहीं लेते। लेकिन हमारा लक्ष्य इस खेल को सरकार के हस्तक्षेप से अलग रखना है। जिम्बाब्वे क्रिकेट में जो हुआ वह आईसीसी के संविधान उल्लंघन का गंभीर मामला है और हम इसे बिना किसी कारर्वाई के जाने नहीं दे सकते हैं।' जिम्बाब्वे वर्तमान में आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और रिपोर्ट्स के अनुसार आईसीसी को संदेह है कि क्रिकेट बोर्ड को उसके द्वारा दी जाने वाली वित्तीय मदद क्रिकेटरों के बजाय सरकार के हाथों में जा सकती है। इस सप्ताह बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेने वाले एक अधिकारी ने बताया कि वैश्विक संस्था अपने सदस्यों को अमेरिकी डॉलर में भुगतान करती है, ऐसे में जिम्बाब्वे सरकार उसके फंड न ले सके आईसीसी ने जिम्बाब्वे क्रिकेट को ही निलंबित करने का कड़ा फैसला लिया है।
यह पहला मौका है जब आईसीसी ने अपने किसी पूर्णकालिक सदस्य को निलंबित कर दिया है जबकि वर्ष 2015 में श्रीलंका क्रिकेट को भी सरकार के हस्तक्षेप को लेकर चेतावनी दी गई थी। आईसीसी के तत्कालीन मुख्य कार्यकारी डेविड रिचडर्सन ने श्रीलंका बोर्ड पर निलंबन की संभावना जताई थी। कई एसोसिएट सदस्य वर्तमान में भी निलंबित है जिसमें नेपाल भी शामिल हे। लेकिन नेपाल की राष्ट्रीय टीम को आईसीसी टूर्नामेंटों में खेलने की अनुमति है। वहीं अमेरिका को भी जून 2015 से जनवरी 2019 तक निलंबित किया गया था। आईसीसी ने हालांकि कहा है कि जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड जो मध्य जून में चुना गया था उसे अगले तीन महीने में दोबारा बहाल किया जाएगा और अक्टूबर में होने वाली अगली बोर्ड बैठक में उसके काम पर पुन: चर्चा की जाएगी।
मनोहर ने कहा, ‘आईसीसी चाहता है कि जिम्बाब्वे में क्रिकेट बरकरार रहे।' एसआरसी और जिम्बाब्वे क्रिकेट की दलीलों को भी आईसीसी बोर्ड ने बैठक में सुना। एसआरसी की अंतरिम समिति के अध्यक्ष और जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन के पूर्व डेव एलमैन ब्राउन ने लंदन में हुयी बैठक में हिस्सा लिया था।
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