अगर ऋषभ पंत धोनी के करीबी हैं तो उनसे गेम फिनिश करना क्यों नहीं सीखते : सहवाग
punjabkesari.in Friday, Apr 29, 2022 - 08:51 PM (IST)
खेल डैस्क : वानखेड़े स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा दिए गए लक्ष्य को हासिल करने के लिए ऋषभ पंत जब मैदान पर उतरे तो उनसे फैंस को उम्मीदें काफी ज्यादा थी। लेकिन पंत ने निराश किया। वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाए और आऊट होकर पवेलियन लौट गए। पंच के इस प्रदर्शन से भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग काफी निराश दिखे। उन्होंने एक शो के दौरान कहा- पंत कहते हैं कि वह धोनी से काफी कुछ सीखते हैं। अगर यह सच है तो उन्होंने उसे गेम को फिनिश करना सीखना चाहिए जो शायद वह सीख नहीं पाए हैं।
पंत इस सीजन के दौरान अभी तक एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं। उन्होंने 7 मैचों में 36 की औसत से 188 रन बनाए हैं। उनकी स्ट्राइक रेट जरूर 154 की है लेकिन जब-जब टीम को जरूरत थी वह जल्द पवेलियन लौट गए। पंत की फॉर्म पर चिंता जताते हुए वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि दिल्ली कैपिटल्स के लिए ऋषभ पंत की बल्लेबाजी काफी मायने रखती है। अगर दिल्ली की ओर से ओपनिंग पर पृथ्वी शॉ और डेविड वॉर्नर रन बनाते हैं तब भी मध्यक्रम में ऋषभ पंत के पास महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। वह तेजी से 20-25 रन बनाते हैं तो इससे उनकी टीम मजबूत स्थिति तक पहुंच जाती है।
सहवाग बोले- पंत शुरू से ही धोनी से प्रभावित रहे हैं। ऐसे कई मौके देखे गए जब वह सबके सामने इसे स्वीकार भी करते दिखे कि धोनी की दी गई सलाह के कारण वह अपने गेम को और अच्छा कर पाए। पंत को धोनी से सीख लेनी चाहिए। धोनी जिस तरह गेम खत्म करते हैं, पंत को भी ठीक ऐसा ही करना चाहिए। पंत को खुद को ऐसा बनाना चाहिए जो कि आखरी ओवर में 20 से 25 रन भी बना ले। अगर वह ऐसा करता है तो सही मायने में धोनी का सिखाया हुआ बल्लेबाज माना जाएगा।
बता दें कि राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच के दौरान नो-बॉल को लेकर ऋषभ पंत विवादों में आ गए थे। दरअसल दिल्ली को जीत के लिए आखिरी 6 गेंदों पर 36 रन चाहिए थे। बल्लेबाज पॉवेल ने पहली 3 गेंदों पर तीन छक्के लगा दिए लेकिन तभी पंत ने नाराजगी जतानी शुरू कर दी। पंत को लगा कि जो तीसरी गेंद फेंकी गई थी वह हाइट के कारण नोबेल थी। थर्ड अंपायर ने इसे नो नहीं दिया इससे पंत नाराज थे। उन्होंने अपने दोनों बल्लेबाजों को मैदान छोड़कर वापस आने के लिए भी बोल दिया था। हालांकि अंपायर और दिल्ली कैपिटल्स के सीनियर खिलाडिय़ों के दखल के बाद पंत ने अपना फैसला वापस ले लिया था। लेकिन तब तक वह निंदा का शिकार हो चुके थे।