IND v NZ 2nd Test : विराट वापसी पर टिकी भारतीय उम्मीदें

punjabkesari.in Thursday, Dec 02, 2021 - 02:20 PM (IST)

मुंबई : कानपुर में पहला टेस्ट कम रौशनी के चलते ड्रा हो जाने के बाद भारत की न्यूज़ीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज जीतने की तमाम उम्मीदें कप्तान विराट कोहली की वापसी पर टिक गयी हैं जो शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले दूसरे क्रिकेट टेस्ट में उतरेंगे और टीम की कप्तानी संभालेंगे। विराट को कानपुर में खेले गए पहले टेस्ट और उससे पहले टी 20 सीरीज में आराम दिया गया था। कानपुर टेस्ट अंतिम क्षणों में खराब रौशनी के चलते ड्रा रहा था हालांकि भारत को जीत के लिए सिर्फ एक विकेट की जरूरत थी। 

दूसरा और अंतिम टेस्ट कल से शुरू होने जा रहा है और भारत को सीरीज जीतने के लिए दूसरे टेस्ट को कब्जाना होगा। विराट को न्यूज़ीलैंड से पिछली कई पराजयों का हिसाब किताब भी चुकाना है। टी20 विश्व कप के ग्रुप मैच में मिली हार और उससे पहले जून में इंग्लैंड में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड से मिली हार के जख्म अब भी ताजा होंगे। विराट को इन पराजयों का हिसाब किताब एक साथ चुकाना होगा। 

भारतीय कोच राहुल द्रविड़ के लिए विराट की वापसी किसी बड़े सिरदर्द से कम नहीं होगी। द्रविड़ को देखना होगा कि विराट की जगह के लिए उन्हें किस खिलाड़ी को बाहर करना होगा। कानपुर में श्रेयस अय्यर ने यादगार प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में अर्धशतक बनाकर टीम में अपनी जगह पक्की है। विराट की जगह बनाने के लिए पिछले कुछ समय से लगभग फ्लॉप चल रहे अजिंक्या रहाणे और चेतेश्वर पुजारा में से किसी एक को बाहर जाना होगा। रहाणे ने कानपुर में भारत की कप्तानी संभाली थी लेकिन बल्ले से रहाणे ने एक बार फिर निराश किया था। लेकिन द्रविड़ का मैच के बाद यह कहना कि रहाणे को फॉर्म में वापसी के लिए मात्र एक पारी की जरूरत है, उन्हें हौसला दे सकता है। लेकिन विराट के लिए एक खिलाड़ी की तो बलि चढ़ेगी। 

मुंबई टेस्ट पर इस समय मुंबई में चल रही बेमौसमी बरसात का असर भी हो सकता है जिसने बुधवार को दोनों टीमों का अभ्यास सत्र धो दिया था। अरब सागर में चक्रवर्ती दबाव के चलते भारतीय टीम प्रबंधन ने मुंबई क्रिकेट संघ से इंडोर अभ्यास उपलब्ध कराने के लिए कहा है। यह आग्रह समझा जाता है कि कप्तान विराट की तरफ से आया है। मेहमान टीम की तरफ से ऐसा कोई आग्रह नहीं आया है जो गुरूवार दोपहर मैच के स्थल वानखेड़े स्टेडियम में अपना अभ्यास करेंगे। यह दबाव शुक्रवार से कमजोर पड़ जाएगा और लगभग 22 महीनों बाद शहर में हो रहे पहले अंतररष्ट्रीय मैच को मौसम की किसी बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

न्यूजीलैंड के बाएं हाथ के स्पिनर एजाज पटेल तब एक महीने के बच्चे थे, जब न्यूज़ीलैंड ने मुंबई में अपना पिछला टेस्ट खेला था और जब पटेल ने अपने‘सपनों का शहर'मुंबई छोड़ा, तब वह आठ साल के थे। अब जब वह यहां पर टेस्ट खेलने आए हैं, तब यह शहर उनके सपनों में भी नहीं आता है। वह 25 साल बाद यहां अपने देश के लिए खेलने के लिए लौट आए हैं। पटेल ने कहा, 'मैं मुंबई टेस्ट के बारे में सोच रहा था। यहां वापस आना अच्छा है। मैं यहां पर पहले भी अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने आया हूं, लेकिन इस बार कुछ अलग अहसास है क्योंकि इस बार मैं यहां पर क्रिकेट खेलने आया हूं।' 

उन्होंने कहा, 'मैं वानखेड़े में कई आईपीएल मुक़ाबलों को देखने आया हूं, इसके लिए मैं मिचल मैक्कलैनघन को धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं जब भी यहां आया हूं तो उन्होंने मेरी बहुत मदद की है। मैं यहां पर कुछ समय के लिए गेंदबाज़ी, ट्रेनिंग आदि भी की है। यहां आकर मैं यादों में बह गया हूं। मैं बस अपने परिवार को नहीं देख पा रहा हूं। मैं जल्द ही अपने परिवार के साथ यहां जरूर आऊंगा।' पटेल ने कहा, 'मेरे परिवार ने मुझे कभी न्यूज़ीलैंड में भी खेलते हुए नहीं देखा। यह मेरे परिवार के लिए बहुत ख़ास होगा कि वह यहां आए और मुझे वानखेड़े में खेलता देखें।' 

पटेल और रचिन रविंद्र ने कानपुर में मिलकर आठ ओवर खेल डाले। पटेल ने अकेले ही 23 गेंद खेली और एक विकेट रहते टीम को मैच हारने से बचा लिया। पटेल ने कहा कि यह बहुत शानदार पल था, दो भारतीय मूल के खिलाड़ी मज़बूत घरेलू टीम के ख़लिाफ़ लड़ रहे थे। यह खुद में ही बेहतरीन कहानी है। कानपुर टेस्ट बचाने से उत्साहित कीवी टीम अब वानखेड़े में जीत के लिए उतरेगी। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Sanjeev

Recommended News

Related News